बुढ़ापे को आरामदायक बनाएंगे ये पांच तरीके ……

   अपनी सेवानिवृत्ति योजना को लेकर एक ऐसी प्रक्रिया के रूप में सोचने की जरूरत है, जो छोटे, सरल और आसान कदमों से आपको मंजिल तक पहुंचने में मदद करेगी। योजना बनाने के इस नजरिये के साथ आप अपने किसी भी लक्ष्य को बाधित किए बिना ऐसे नतीजे पर पहुंच सकते हैं, जो आपके लिए बेहतर होगा।

पिछले सप्ताह मैं एक सॉफ्टवेयर कंपनी के कर्मचारियों के लिए आयोजित वित्तीय कल्याण कार्यशाला में था। 20 वर्ष के युवा दर्शक बेसब्री से किसी चमत्कार का इंतजार कर रहे थे, ताकि उनके पास जल्द ही ढेर सारा पैसा आ जाए। इसका अधिकतर संबंध शेयर बाजार में हालिया उछाल से था। इसलिए, मैंने उनसे किसी प्रोग्राम या एप्लिकेशन के लिए सॉफ्टवेयर कोड लिखने की प्रक्रिया के बारे में पूछा। उन्होंने पहले यह समझने की प्रक्रिया शुरू की कि ग्राहक को क्या चाहिए।

इसके बाद प्रक्रिया पर टीमों के साथ चर्चा और रूपरेखा तैयार करने में लग गए। प्रक्रिया का यह भाग पूरा होने पर उन्होंने इसे टीमों को वितरित करना शुरू किया। फिर इसे पूरा करने के लिए समय सीमा तय करने में लग गए। छोटे प्रोजेक्ट डिलीवरी के लिए 6-8 सप्ताह की प्रक्रिया थी।

मैंने उन्हें बताया कि सेवानिवृत्ति योजना इस प्रक्रिया से अलग नहीं है। इसके लिए आपको लंबे समय तक काम करने की जरूरत है। बेहतर सेवानिवृत्ति के लिए ये हैं पांच तरीके…

लक्ष्य हासिल करने के लिए बनाएं योजना
अगर यात्रा पर जा रहे हैं तो खुद से पूछें कि क्या आप इसके लिए तैयार हैं और लक्ष्य हासिल करने के लिए काम करेंगे। जिस तरह किसी भी परियोजना के लिए एक योजना की जरूरत होती है उसी तरह सेवानिवृत्ति के लिए भी इसकी जरूरत होती है, जो कई दशक आगे हो सकती है। पहला कदम सचेत रूप से सेवानिवृत्ति के लिए बचत और निवेश को अलग-अलग रखना शुरू करना है। इसमें पीएफ या एनपीएस जैसी किसी भी अनिवार्य बचत के साथ पीपीएफ या ऐसे किसी अन्य साधन में भी योगदान करें। शुरुआत के बाद, हमेशा याद रखें कि जब तक आप रिटायर नहीं हो जाते, इसमें डूबे न रहें। कुछ वर्षों में इन योगदानों की समीक्षा करें।

कठोर रणनीति बनाएं
जब किसी गंतव्य तक पहुंचने की बात आती है तो लोगों के लिए आसान रास्ता अपनाना आम बात है। हालांकि, सेवानिवृत्ति इतना आसान नहीं है। आपके पास ऐसे चरण होंगे, जब सेवानिवृत्ति बचत का पैसा छुट्टियों पर खर्च करने या होम लोन आदि का भुगतान करना आसान लगेगा। इस यात्रा में लापरवाही न बरतें, क्योंकि आपको इस बात में सावधानी बरतनी होगी कि आप सेवानिवृत्ति की ज्यादा बचत करने के लिए निवेश साधनों का चयन कैसे करते हैं। यह देखते हुए कि व्यक्ति जिस उम्र में कमाई करना शुरू करता है, उससे रिटायर होने में 30 साल लगते हैं। एक एसेट क्लास के रूप में इक्विटी में ज्यादा निवेश करना और उसे बनाए रखना अच्छा होता है।

लंबी अवधि के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य तय करें
जब आप लंबी यात्रा पर जा रहे हों तो प्राप्त होने वाले छोटे लक्ष्य निर्धारित करें। यात्रा पर चाय ब्रेक की तरह आपको भी 35 या 40 और 45 की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते लक्ष्य तय कर लेना चाहिए।

इस तरह आपको पता चलेगा कि आप कहां जा रहे हैं और आर्थिक रूप से यात्रा कैसे आगे बढ़ रही है। यह भी समझेंगे कि सेवानिवृत्ति के लिए बचत करते समय आपको कितना जोखिम उठाना होगा। लक्ष्य तय करने से यह भी जान पाएंगे कि आप अपेक्षा अनुरूप उस तक पहुंच रहे हैं या नहीं। आसानी से होने वाले लक्ष्य तय न करें।

एक ब्रेक लें
ऐसे समय होते हैं जब अन्य वित्तीय लक्ष्यों को प्राथमिकता देने की जरूरत होती है। उदाहरण के लिए, आपको बच्चे की शिक्षा के लिए पैसे की जरूरत होगी और इससे समझौता नहीं कर सकते। इसलिए, सेवानिवृत्ति के लिए स्वैच्छिक निवेश के बजाय कुछ वर्षों तक इस लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। ऐसे लक्ष्यों को प्राप्त करने के बाद आप अधिक रकम के साथ इस रणनीति का उपयोग कर सकते हैं।

बरकरार रखें पैसे का मूल्य
जैसे-जैसे सेवानिवृत्ति लक्ष्य के अंतिम चरण के करीब पहुंचते हैं, यह समझना होगा कि आपने इतने वर्षों में क्या किया है। उन हालातों से सावधान रहें जिनके लिए आपने यात्रा शुरू करते समय योजना नहीं बनाई थी। उदाहरण के लिए, अक्सर जब किसी को बहुत सारा पैसा मिल जाता है, वे इसे तुरंत खर्च करने की सोचते हैं और भूल जाते हैं कि यह पैसा उनके लिए सेवानिवृत्ति के 25-30 साल अच्छे समय बिताने के लिए है। इसका मतलब कि सेवानिवृत्त होने के बाद पैसे का मूल्य और बढ़ाने की जरूरत है।