काशी में 15 हजार करोड़ से अधिक का निवेश करेंगे 124 निवेशक
निवेश से वाराणसी में 43 हजार से अधिक लोगों को घर के पास मिलेगा रोजगार
सीएम योगी की नीतियों से यूपी की तरफ आकर्षित हो रहे निवेशक, अब पूर्वांचल में भी होता दिख रहा आर्थिक उदय
यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने में अग्रणी भूमिका निभाती दिख रही काशी
वाराणसी, 15 फरवरीः 19 फरवरी को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 की तैयारी चल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ की नीतियों से यूपी की तरफ निवेशक आकर्षित हो रहे हैं। निवेशकों की रुचि से पूर्वांचल में अब आर्थिक उदय होता दिख रहा है। योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने की मुहिम में काशी भी अग्रणी भूमिका निभाती दिख रही है। वाराणसी में 124 निवेशक 15 हज़ार करोड़ से अधिक के निवेश के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0 में शामिल होंगे। इस निवेश से वाराणसी में 43 हजार से अधिक लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा। योगी सरकार उत्तर प्रदेश को ब्रांड यूपी के रूप में विकसित कर रही है। प्रधानमंत्री 19 फरवरी को लखनऊ में जीबीसी का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर जनपद स्तर पर भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
10 करोड़ से अधिक के 81 निवेशक लखनऊ में शामिल होंगे
कभी अपराध और अपराधियों के नाम से पहचाने जाने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में गुंडों और माफिया का बोलबाला था। इससे उद्योग-धंधे यहां से अन्य राज्यों में जा रहे थे। नए उद्योग लगाने के लिए उद्योगपतियों ने रुचि भी नहीं दिखाई। योगी सरकार के बुलडोजर ने अब पूर्वांचल में उद्योगपतियों को नई राह दिखाई है। उपायुक्त उद्योग वाराणसी मोहन कुमार शर्मा ने बताया कि वाराणसी में 10 करोड़ से अधिक के 81 निवेशक हैं। यह 14,904.08 करोड़ का निवेश करने के लिए जीबीसी 4.0 में लखनऊ में शामिल होंगे। इस निवेश से 42 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
10 करोड़ से कम के 43 निवेशक लगाएंगे उद्योग
शर्मा ने बताया कि 10 करोड़ से कम के 43 निवेशक 148.23 करोड़ के निवेश के लिए जिले स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में शमिल होंगे। इससे उद्योग में करीब डेढ़ हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। वाराणसी के लिए एमओयू करने वाले निवेशकों में से कुल 15,052.31 करोड़ के निवेश के लिए 124 निवेशक ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 का हिस्सा बनेंगे। पूर्वांचल में नए उद्योगों के स्थापित होने से अब युवाओं को घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि बड़ी तादाद में लोगों को घर के पास ही नौकरियां मिलेंगी।