ई-रिक्शा चालक के घर में घुसी CBI, जमीन के भीतर दिखा कुछ ऐसा, चौंक गए सभी

  उत्तर 24 परगना का संदेशखाली एक बार फिर सुर्खियों में है. ये वही संदेशखाली है, जहां पर 5 जनवरी को राशन घोटाला मामले में छापा मारने पहुंची ईडी की टीम पर जानलेवा हमला किया गया था.

कोलकाता. उत्तर 24 परगना का संदेशखाली एक बार फिर सुर्खियों में है. ये वही संदेशखाली है, जहां पर 5 जनवरी को राशन घोटाला मामले में छापा मारने पहुंची ईडी की टीम पर जानलेवा हमला किया गया था. जहां सालों से यौन उत्पीड़न का शिकार महिलाएं सड़कों पर लाठी, डंडे और झाड़ू लेकर निकल आईं थीं. यही संदेशखाली अब एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार इसलिए क्योंकि संदेशखाली के सरबेड़िया इलाके में अबू तालिब नामक एक इंसान के घर से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है. ईडी पर हमले की घटना की जांच कर रही सीबीआई संदेशखाली इलाके में पिछले कुछ दिनों से सक्रिय थी.

इस दौरान सीबीआई कई जगहों पर छापेमारी भी कर चुकी थी. आज सीबीआई को अपने सूत्रों से जानकारी मिली कि सरबेड़िया के उस घर में कुछ दस्तावेज और बम छुपे हो सकते हैं. जिसके बाद सीबीआई की टीम वहां पहुंची और छापेमारी शुरू की. अधिकारियों के होश तब उड़ गए जब उन्होंने देखा की जमीन के नीचे एक छोटी सी जगह बनाकर उसमें कुछ हथियार छुपाकर रखे गए हैं. इसके बाद सीबीआई की टीम ने वहां पर एनएसजी को बुलाया. एनएसजी की टीम अपने अत्याधुनिक उपकरणों के साथ वहां पहुंची.

बड़ी संख्या में असलहे बरामद
सबसे पहले एनएसजी ने अपने एक कैमरा युक्त रोबोट को जोड़ा. रोबोट रोबॉट मकान के अंदर गया और काफी देर तक अंदर ही रहा. तब तक एनएसजी के अधिकारी बाहर से मॉनिटर करके रोबोट को संचालित कर रहे थे. कुछ ही देर में ये रोबोट एक झोला लेकर बाहर आया. जिसके बाद एनएसजी की टीम ने एक जगह रेत के बोरे डालकर उस जगह को तैयार किया और वहीं पर रोबोट के जरिये ये झोला लाकर रखा. इसके बाद एनएसजी का बम निरोधक दस्ता, वहां पहुंचा और एक एक कर सभी बमों को निष्क्रिय किया.

सीबीआई ने रेड के दौरान 4 विदेशी पिस्टल, एक इंडियन रिवॉल्वर, एक पुलिस की कोल्ट रिवॉल्वर, एक देशी पिस्टल यानी 7 असलहों के साथ 348 कारतूस मिले. जिसमें 9 mm के 120, .45 कैलिबर के 50 कारतूस, .38 के 50 कारतूस और .32 के 8 कारतूस बरामद किए गए. CBI को यहां से शेख शाहजहां के कई परिचय पत्र भी मिले हैं जिसमें वोटर कार्ड, हथियारों का लाइसेंस, आधार कार्ड शामिल हैं.

कौन है ये अबू तालिब?
पेशे से ई-रिक्शा चालक अबू तालिब उसी सरबेड़िया इलाके में रहता है, जहां संदेशखाली का बेताज बादशाह रहा शेख शाहजहां रहा करता था. अबू तालिब इलाके के टीएमसी नेता हाफिज़ुल खान का रिश्तेदार है, जो कि शेख शाहजहां का करीबी बताया जाता है. माना जा रहा है कि ये हथियार शेख शाहजहां के ही हैं, जिन्हें उसने ED पर हमले की घटना के बाद यहां रखवाया.

सूत्रों के अनुसार अबू तालिब ने ये कमरा करीब छह महीने पहले बनवाया था. लेकिन इसकी फ्लोरिंग एक डेढ़ महीने के बीच ही हुई है. तो क्या शाहजहां के आदेश पर ही अबू तालिब ने ये हथियार छुपाने के लिए फ्लोरिंग करवाई ताकी ऊपर से नजर न आये कि जमीन के नीचे क्या राज छुपे हैं?

क्या है शेख शाहजहां का कनेक्शन?
इसे लेकर ये सवाल भी उठ रहे हैं कि 5 जनवरी को क्या इन्हीं असलहों को छुपाने के लिए शेख शाहजहां ने ईडी की टीम को घर में घुसने नहीं दिया? क्या और भी हथियार शाहजहां ने दूसरी जगह छुपाए हैं? क्या इन असलहों को उसने चुनाव के दौरान प्रयोग करने के लिए जुटाया था? घटना के बाद भी शाहजहां अपने ही इलाके में छुपा था तो क्या उस दौरान वो अपनी काली करतूतों के सबूत छुपा रहा था?