अनेकता में एकता का है देश, बांटने वाली ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देना जरूरी: इंद्रेश कुमार
नई दिल्ली, 29 अप्रैल। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक और संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने देश को अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए एकता, अखंडता संप्रभुता समरसता बढ़ाने पर ज़ोर दिया है। इंद्रेश कुमार ने सभी धर्मों को एक साथ चलने और एक दूसरे की इज्जत करने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने देश को छुआ छूत मुक्त, दंगा मुक्त, हिंसा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने का संकल्प लिया। साथ ही साथ उन्होंने देश में आने वाले लोकतंत्र के महापर्व पर लोगों को सूझ बूझ से काम लेने को कहा। उन्होंने कहा कि भड़काने, लड़ाने, देश तोड़ने वाली ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। हमें अपने वोट को बेशकीमती बनाए रखना है। रुपयों और धर्मों के आधार पर बिकना या बंटना नहीं है, क्योंकि राष्ट्र सर्वोपरि था, है और रहेगा।
मौका था नई दिल्ली में हुई इफ्तार पार्टी का जिसका आयोजन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की महिला प्रमुख शालिनी अली और मंच की इकाई हिंदुस्तान फर्स्ट हिंदुस्तानी बेस्ट के राष्ट्रीय संयोजक बिलाल उर रहमान ने दी थी। इफ्तार पार्टी में संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार, इमाम संगठन के अध्यक्ष इमाम उमेर इलियासी, हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह के अमीन, हजरत अफसर निजामी, राष्ट्रीय शैक्षणिक आयोग के सदस्य शाहिद अख्तर, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य कुमारी शहजादी, राजस्थान की विधायक नौकशम चौधरी, पूंछ की एमएलसी शहनाज, इंडिया इस्लामिक सेंटर के अध्यक्ष सिराज कुरैशी, ताहिर इस्माइल, कैंसर विशेषज्ञ माजिद तालिकोटी, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शाहिद सईद समेत अनेकों गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी रही।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि पवित्र रमजान माह के बीच होली का त्यौहार आया । यह विविधता का प्रतीक था। और लोगों ने इसे खुशी और उत्साह के साथ मनाया। बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदू भाइयों के साथ रंगों का पर्व मनाया। अब आगे ईस्टर, चैत्र नवरात्र, और ईद आयेगी। रमजान के पहले शक्ति का महापर्व महाशिवरात्रि पूरी श्रद्धा और धूम धाम से मनाई गई। और अब इन सब त्योहारों के बीच सबसे बड़ा त्योहार लोकतंत्र का महापर्व आ रहा है। जहां हम अपने आने वाले कल की तकदीर लिखते हैं। ऐसे में हमें बहुत सावधान और चौकन्ना रहना है। समाज में कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो वैमनस्यता फैलाना चाहते हैं। ऐसे संगठनों, दलों, समुदायों से देशवासियों को बचना चाहिए। हर किसी को अपने विवेक के आधार पर सोचना- समझना चाहिए।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि रूस- यूक्रेन, इजराइल- फिलिस्तीन, तुर्की, मिस्र, ईरान व पाकिस्तान… ऐसे समय में जब दुनिया के अनेक हिस्सों में लड़ाइयां हो रही हैं। कोई देश, दूसरे देश पर आक्रमण कर रहा है। कहीं की आबादी का बड़ा वर्ग एक- दूसरे के खून का प्यासा है। इसके बीच सनातन और पंथनिरपेक्ष देश भारत अमन, शांति, एकता, अखंडता, संप्रभुता व समरसता का परिचय देते हुए दुनिया को मोहब्बत का पैगाम दे रहा है। यहां अनेक धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं। सभी अपने- अपने धर्म और मजहब पर चलते हुए एक- दूसरे के धर्मों का आदर करते हैं और विभिन्न समुदाय की आस्था और त्योहारों को एकसाथ मनाते और जीते हैं।