“सेंधा” नमक के साथ इन अंग्रेजो ने कैसे किया था खिलवाड़ ……..

      भारत से कैसे गायब कर दिया गया… आप सोच रहे होंगे की ये सेंधा नमक बनता कैसे है ?? आइये आज हम आपको बताते है कि नमक मुख्यत: कितने प्रकार का होता है। एक होता है समुद्री नमक, दूसरा होता है सेंधा नमक “rock salt”सेंधा नमक बनता नहीं है पहले से ही…

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बलिदान दिवस विशेष:महासमर के योद्धा बाबासाहब नरगुन्दकर

12 जून/बलिदान-दिवस महासमर के योद्धा बाबासाहब नरगुन्दकर      भारत माँ को दासता की शृंखला से मुक्त कराने के लिए 1857 में हुए महासमर के सैकड़ों ऐसे ज्ञात और अज्ञात योद्धा हैं, जिन्होंने अपने शौर्य,पराक्रम और उत्कट देशभक्ति से ने केवल उस संघर्ष को ऊर्जा दी, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए भी वे प्रेरणास्पद बन…

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काकोरी कांड के नायक  : पंडित रामप्रसाद बिस्मिल

ग्वालियर। काकोरी ट्रेन डकैती के लिए रामप्रसाद बिस्मिल ने हथियार ग्वालियर से खरीदे थे। हथियार शाहजहांपुर तक लाने के लिए बिस्मिल ग्वालियर से अपनी बहन शास्त्री देवी के कपड़ों में छिपा कर शाहजहांपुर तक लाए थे। हथियार खरीदने के लिए धन बिस्मिल ने अपनी मां मूलवती देवी से उधार लिया था। इसका उल्लेख बिस्मिल ने अपनी…

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11 मई/इतिहास-स्मृति:सोमनाथ में ज्योतिर्लिंग स्थापना

11 मई/इतिहास-स्मृति:सोमनाथ में ज्योतिर्लिंग स्थापना        गुजरात के जूनागढ़ में समुद्रतट पर स्थित सोमनाथ का पावन मंदिर हमलावरों ने कई बार तोड़ा; पर यह हर बार, पहले से भी अधिक गौरव के साथ फिर सिर उठाकर खड़ा हो गया। 11 मई, 1951 का प्रसंग भी ऐसा ही है। इसमें जहां एक ओर राष्ट्रपति…

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11 मई/इतिहास स्मृति: जब बुद्ध फिर मुस्कुराए ….विशेष राष्ट्रवादी लेख इसे अवश्य पढ़े

     भारत की वैज्ञानिक प्रगति के इतिहास में 11 मई, 1998 का बड़ा महत्व है। उस दिन पोखरण में दूसरी बार परमाणु विस्फोट किया गया था। इससे पहले 18 मई, 1974 को जैसलमेर के पास एक सूखे कुंए में पहला विस्फोट हुआ था। बुद्ध पूर्णिमा होने से इसका कूट नाम ‘बुद्ध मुस्कुराए’ था। तब…

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काबा:यह क्षेत्र तो हिंसा से रहित है, क्योंकि यहां वेदो का कानून चलता है…एक अनूठी जानकारी के लिए एक बार अवश्य पढ़े

काबा में आज भी चलता है वेदो का कानून      काबा जो बैलुल्लाह यानी अल्लाह का घर माना जाता है, उसका अति प्राचीन नाम मक्ख मेदिनी है और मक्ख मेदिनी का मतलब होता है यज्ञभूमि।       मक्का का काबा मंदिर वास्तव में काव्य शुक्र का मंदिर है।     काबा काव्य का…

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पुराने जमाने में एक राजा हुए थे, भर्तृहरि ,वे कवि भी थे…….उन्होंने वैराग्य पर 100 श्लोक लिखे

पुराने जमाने में एक राजा हुए थे, भर्तृहरि। वे कवि भी थे। उनकी पत्नी अत्यंत रूपवती थीं। भर्तृहरि ने स्त्री के सौंदर्य और उसके बिना जीवन के सूनेपन पर 100 श्लोक लिखे, जो श्रृंगार शतक के नाम से प्रसिद्ध हैं।       उन्हीं के राज्य में एक ब्राह्मण भी रहता था, जिसने अपनी नि:स्वार्थ…

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‘महल’ शब्द मुस्लिम शब्द नहीं है!अरब, ईरान, अफगानिस्तान आदि जगह पर एक भी ऐसी मस्जिद या कब्र नहीं है जिसके बाद महल लगाया गया हो..

इतिहास में पढ़ाया जाता है कि ताजमहल का निर्माण कार्य 1632 में शुरू और लगभग 1653 में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ।     अब सोचिए कि जब मुमताज का इंतकाल 1631 में हुआ तो फिर कैसे उन्हें 1631 में ही ताजमहल में दफना दिया गया, जबकि ताजमहल तो 1632 में बनना शुरू हुआ था।…

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1 मई/बलिदान दिवस:महान क्रांतिकारी प्रफुल्ल चाकी……सादर नमन

      प्रफुल्ल का जन्म 10 दिसम्बर 1888 को उत्तरी बंगाल के बोगरा जिला (अब बांग्लादेश में स्थित) के बिहारी गाँव में हुआ था। जब प्रफुल्ल दो वर्ष के थे तभी उनके पिता जी का निधन हो गया। उनकी माता ने अत्यन्त कठिनाई से प्रफुल्ल का पालन-पोषण किया। विद्यार्थी जीवन में ही प्रफुल्ल का…

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सोचकर ही अजीब लगता है कि  हम लोग अंग्रेजों के सैनिक बन कर,अपने ही लोगों पर अत्याचार करते थे बहुत सटीक व तार्किक विश्लेषण….

     कभी-कभी विचार आता है कि 1500 ई. के बाद के ब्रिटिश कितने साहसी और बुद्धिमान रहे होंगे, जिन्होंने   एक ठण्डे प्रदेश से निकलकर,  अनजान रास्ते और अनजान जगहों पर जाकर लोगों को गुलाम बनाया !अभी भी देखा जाए तो ब्रिटेन की जनसंख्या और क्षेत्रफल  गुजरात के बराबर है, लेकिन उन्होंने  दशकों नहीं शताब्दियों तक…

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