Headlines

कुछ याद उन्हें भी कर लो……देश की आजादी का मासूम मतवाला, 13 साल की उम्र में हो गया शहीद

   14 अगस्त, 1942 को उत्तर प्रदेश के देवरिया की कहचरी में अंग्रेजों की गोलियों के बीच मासूम रामचंद्र विद्यार्थी ने यूनियन जैक को फाड़कर उसके स्थान पर तिरंगा झंडा फहरा दिया. देश आजादी के उत्सव की तैयारी कर रहा है. वीर शरीदों को याद करने का दिन आ रहा है. क्या खूब कहा है-…

Read More

सच्चाई को जानिये:जब मुमताज का इंतकाल 1631 में हुआ तो फिर कैसे उन्हें 1631 में ही ताजमहल में दफना दिया गया, जबकि ताजमहल तो 1632 में बनना शुरू हुआ था

इतिहास में पढ़ाया जाता है कि ताजमहल का निर्माण कार्य 1632 में शुरू और लगभग 1653 में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ।     अब सोचिए कि जब मुमताज का इंतकाल 1631 में हुआ तो फिर कैसे उन्हें 1631 में ही ताजमहल में दफना दिया गया, जबकि ताजमहल तो 1632 में बनना शुरू हुआ था।…

Read More

पुण्यतिथि विशेष :राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो0 राजेन्द्र सिंह,हम सबके रज्जू भैया

14 जुलाई/पुण्यतिथि सबके रज्जू भैया     राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो0 राजेन्द्र सिंह का जन्म 29 जनवरी, 1922 को ग्राम बनैल (जिला बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश) के एक सम्पन्न एवं शिक्षित परिवार में हुआ था। उनके पिता कुँवर बलबीर सिंह  अंग्रेज शासन में पहली बार बने भारतीय मुख्य अभियन्ता थे। इससे पूर्व इस…

Read More

जन्म-दिवस विशेष:वेदों के मर्मज्ञ डा. फतह सिंह जिन्हे ‘दिनकर’ ने उन्हें वर्तमान युग का ऋषि और आधुनिक पाणिनी कहा था

13 जुलाई/जन्म-दिवस वेदों के मर्मज्ञ डा. फतह सिंह वेदों के मर्मज्ञ डा. फतह सिंह का जन्म ग्राम भदेंग कंजा (पीलीभीत, उ.प्र.) में आषाढ़ पूर्णिमा 13 जुलाई, 1913 को हुआ था। जब वे कक्षा पांच में थे, तो आर्य समाज के कार्यक्रम में एक वक्ता ने बड़े दुख से कहा कि ऋषि दयानन्द के देहांत से…

Read More

कुछ याद उन्हें भी कर लो जिन वीरो को इतिहास में जगह नहीं दी गई: बलिदान-दिवस बाजीप्रभु देशपाण्डे का बलिदान

13 जुलाई/बलिदान-दिवस बाजीप्रभु देशपाण्डे का बलिदान       शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित हिन्दू पद-पादशाही की स्थापना में जिन वीरों ने नींव के पत्थर की भांति स्वयं को विसर्जित किया, उनमें बाजीप्रभु देशपाण्डे का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।         एक बार शिवाजी 6,000 सैनिकों के साथ पन्हालगढ़ में घिर गये।…

Read More

इतिहास स्मृति- वीर सावरकर की ऐतिहासिक छलांग

8 जुलाई/इतिहास-स्मृति वीर सावरकर की ऐतिहासिक छलांग     अंग्रेजों के विरुद्ध लड़े गये भारत के स्वाधीनता संग्राम में वीर विनायक दामोदर सावरकर का अद्वितीय योगदान है। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर देश ही नहीं, तो विदेश में भी क्रांतिकारियों को तैयार किया। इससे अंग्रेजों की नाक में दम हो गया। अतः ब्रिटिश शासन…

Read More

कितना बड़ा मजाक किया गया भारत वर्ष के इतिहास के साथ….

      एक बार मेरा मित्र अपने दोस्तों के साथ हिमाचल के पालमपुर से होकर ट्रेकिंग पर जा रहे थे, मार्ग में माँ भगवती ज्वाला जी का प्रसिद्ध मंदिर आता है, जोकि कांगड़ा नगर से 30 किलो मीटर दूर एक नदी के तट पर है। हमने सोचा चलो माँ भगवती के दर्शन करते हुए…

Read More

विशेष:हिन्दू धर्म क्यों बचना चाहिए?कौन उन परंपराओं का रक्षण करेगा जो हमारे महान पूर्वजों की है?

     इसलिए क्योंकि अगर ये बचेगा तो उसके साथ बचेगी ‘प्रकृति‘, उसके साथ बचेगा अरण्य, उसके साथ बचेंगे ईश्वर की बनाई हुई सारी कृतियाँ जो जीव-जंतु-जलचर, नभचर के रूप में हमारे चारों ओर हैं।    प्रश्न है इस हिन्दू धर्म को बचाएगा कौन? कौन इस हिन्दू धर्म के शाश्वत मूल्यों के साथ जियेगा? कौन…

Read More

नरपिशाच…और नालन्दा विश्वविद्यालय 

      तुर्की का सैन्य कमांडर बख्तियार खिलजी गंभीर रूप से बीमार पड़ गया। सारे हकीम हार गए परंतु बीमारी का पता नहीं चल पाया। खिलजी दिनों दिन कमजोर पड़ता गया और उसने बिस्तर पकड़ लिया। उसे लगा कि अब उसके आखिरी दिन आ गए हैं।       एक दिन उससे मिलने आए…

Read More

कौन थे राजा वीर विक्रमादित्य….. ??जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाया

   बड़े ही शर्म की बात है कि महाराजा विक्रमादित्य  के बारे में देश को लगभग शून्य बराबर ज्ञान है, जिन्होंने भारत को सोने की चिड़िया बनाया था, और स्वर्णिम काल लाया था उज्जैन के राजा थे गन्धर्वसैन , जिनके तीन संताने थी , सबसे बड़ी लड़की थी मैनावती , उससे छोटा लड़का भृतहरि और…

Read More