आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार हुईं अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया ने पुलिस को बताया है कि उनका बेटा फरीदाबाद के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ता है। फिलहाल उसकी देखरेख एक रिश्तेदार कर रहे हैं। निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि बच्चा कहां है। उन्होंने एक अखबार में छपी खबर कि बच्चा उनके पास है को पूरी तरह गलत बताया।
निकिता के ताऊ को नहीं है जानकारी
मामले में आरोपित निकिता के ताऊ सुशील सिंघानिया ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि बच्चा कहां है। उन्होंने एक अखबार (जागरण नहीं) में छपी खबर कि बच्चा उनके पास है, को पूरी तरह गलत बताया। कहा कि उन्हें तो बच्चे का नाम भी नहीं मालूम। उन्हें कोई मतलब नहीं कि बच्चा उसके दादा-दादी को मिलता है या कहीं और रहता है।
फोन करने की एक गलती से पकड़ी गई निकिता
फर्जी केस दर्ज कराने और आत्महत्या के लिए उकसाने की बेंगलुरु में एफआइआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता लगातार अपना ठिकाना बदल रही थी। उसकी मां निशा और भाई अनुराग प्रयागराज के झूंसी के एक होटल में छिपे थे।
निकिता के चाचा को हाईकोर्ट से राहत
बहुचर्चित अतुल सुभाष मोदी आत्महत्या प्रकरण में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आरोपित पत्नी निकिता सिंघानिया के चाचा सुशील सिंघानिया की सोमवार को अग्रिम जमानत मंजूर कर ली। यह आदेश न्यायमूर्ति आशुतोष श्रीवास्तव ने अतुल सुभाष मोदी सुसाइड मामले में निकिता सिंघानिया और अन्य आरोपियों की अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद दिया है।
उनकी तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष तिवारी ने तर्क दिया कि याचीगण मृतक की पत्नी, सास और साले हैं। उन्हें बेंगलुरु पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और उनकी अग्रिम जमानत अर्जी का कोई मतलब नहीं है। अग्रिम जमानत अर्जी केवल सुशील सिंघानिया के लिए है।