मध्या पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच इटली में जी7 के रक्षा मंत्रियों की बैठक हो रही है। इटालियन जी-7 प्रेसीडेंसी ने एक बयान में कहा कि बैठक में मध्य पूर्व के चिंताजनक हालात पर चर्चा की जाएगी। बैठक में रक्षा मंत्री हिंद-प्रशांत क्षेत्र की गतिशीलता पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।
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- मध्य पूर्व में तनाव के बीच जी7 रक्षा मंत्रियों की बैठक
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- इतिहास में पहली बार मिल रहे जी7 रक्षा मंत्री
मध्य पूर्व में तनाव को लेकर भी बैठक में होगी चर्चा
नेपल्स: ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) के इतिहास में पहली बार रक्षा मंत्रियों की बैठक शनिवार को नेपल्स में शुरू हुई। मीटिंग की मेजबानी इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने की। बैठक के एजेंडे में मुख्य वैश्विक संघर्षों और अस्थिरता के क्षेत्रों पर चर्चा शामिल है। बैठक में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन भी भाग ले रहे हैं और इसका एक सत्र रूस-यूक्रेन युद्ध को समर्पित है। रक्षा को समर्पित एक सत्र भी निर्धारित किया गया है, जिसका उद्देश्य एक प्रभावी परामर्श मंच के रूप में जी-7 की भूमिका को बढ़ावा देना, राजनीतिक और आर्थिक विषयों पर साझा दृष्टिकोण की पहचान करना है।
मध्य पूर्व के हालात पर चर्चा
इटालियन जी7 प्रेसीडेंसी ने एक बयान में कहा, ‘मध्य पूर्व के चिंताजनक हालात पर भी चर्चा की जाएगी। यह चर्चा, गाजा में युद्ध विराम और दो-राज्य समाधान की ओर ले जाने वाली राजनीतिक प्रक्रिया को लेकर हमारी साझा प्रतिबद्धता के तहत की जाएगी। इसके अलावा, बढ़ती अस्थिरता को रोकने और नियंत्रित करने के उद्देश्य से संभावित कार्रवाई की पहचान करने के लिए पूरे क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा की जाएगी।
हिंद-प्रशांत भी एजेंडे में
रक्षा मंत्री हिंद-प्रशांत क्षेत्र की गतिशीलता पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। यह क्षेत्र वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक संतुलन के लिए तेजी से निर्णायक भूमिका निभा रहा है। ग्रुप ऑफ सेवन (G7) एक अंतर-सरकारी राजनीतिक और आर्थिक मंच है। कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका इसके सदस्य हैं। यूरोपीय संघ (EU) इसका एक गैर-गणना सदस्य है।
ग्रुप के प्रत्येक सदस्य के सरकार या राज्य प्रमुख, यूरोपीय संघ के आयोग के अध्यक्ष और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष सालाना जी 7 शिखर सम्मेलन में मुलाकात करते हैं। जी 7 और यूरोपीय संघ के अन्य उच्च-रैंकिंग अधिकारियों की मुलाकात का सिलसिला सालभर चलता रहता है।