सऊदी ने समझाया फिर भी बाज न आया पाकिस्तान, अब ईरान ने कश्मीर पर दिखाया आईना

  इजराइल के साथ तनाव के बीच ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी तीन दिन के पाकिस्तान दौरे पर पहुंचे हैं. यहां सोमवार को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई. इसी में पाकिस्तान ने कश्मीर का राग अलावा, जिस पर रईसी ने ध्यान ही नहीं दिया.

  पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है, बार-बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुंह की खाने के बावजूद वह कश्मीर का मुद्दा उठा ही देता है. हाल में कश्मीर को लेकर सऊदी ने पाकिस्तान को ठीक से समझाया था. अब ईरान ने भी आईना दिखा दिया है. इसके साथ ही एक बार फिर पाकिस्तान का कश्मीर पर प्रपंच सामने आ गया.

इजराइल के साथ तनाव के बीच ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी तीन दिन के पाकिस्तान दौरे पर पहुंचे हैं. यहां सोमवार को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई. इसके बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में शहबाज शरीफ ने मुस्लिम कार्ड खेलते हुए गाजा का जिक्र कर दिया. इसके ठीक बाद शहबाज ने कश्मीर पर बात शुरू कर दी, शायद शहबाज को उम्मीद रही होगी की रईसी इस मामले में पाकिस्तान का साथ देंगे, लेकिन हुआ इससे बिल्कुल उलट और एक बार फिर पाकिस्तान की बेइज्जती हो गई.

शहबाज ने ऐसा क्या कहा?

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कश्मीर की वादी में कश्मीरियों के खून से सुर्ख हो चुकी है. मैं आपका और ईरान की जनता का धन्यवाद देता हूं कि आपने हमेशा कश्मीरियों के लिए आवाज उठाई है और वो दिन आएगा जब कश्मीरियों को भी उनके अधिकार मिलेंगे. इससे ठीक पहले शहबाज ने गाजा का जिक्र किया था. शायद शहबाज को लगा होगा कि गाजा पर समर्थन देने पर वह ईरान से समर्थन ले लेंगे. इसके जवाब में ईरान ने गाजा फिलिस्तीन की चर्चा की, यूएनएससी का जिक्र किया, लेकिन 35 मिनट के संबोधन में एक बार भी कश्मीर का नाम न लेकर पाकिस्तान के भारत विरोधी एजेंडे को बेनकाब कर दिया.

15 दिन में दूसरी बार बेइज्जती

पाकिस्तान की पिछले 15 दिन में दूसरी बार बेइज्जती हुई है. दरअसल कुछ वक्त पहले शहबाज शरीफ सऊदी अरब पहुंचे थे, वहां उन्होंने कश्मीर कार्ड चला था. सोचा था कि सऊदी के क्राउन प्रिंस इस मसले में दखल देंगे. तब मुहम्मद बिन सलमान ने उनसे दो टूक कहा था कि कश्मीर भारत पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है. इसमें तीसरे देश को आने की जरूरत नहीं है. मजे की बात है, उस समय सऊदी ने कंगाल पाकिस्तान को कर्ज भी नहीं दिया था. निवेश के नाम का झुनझुना थमाया था.

ईरान को खुश करने के लिए चली एक और चाल

शरीफ कैबिनेट ने रईसी के इस्लमाबाद पहुंचने से पहले ही एक प्रस्ताव पारित किया था. इसके तहत फैसला लिया गया इस्लामाबाद की 11TH एवेन्यू रोड को ईरान एवेन्यू के नाम पर रखा जाएगा. ईरान को खुश करने वाली पाकिस्तान की तमाम चालें उसे बहुत भारी पड़ने वाली है.