प्रदेश का एकमात्र जिला जहां से जीते तीन सांसदों को मुख्यमंत्री बनने का मिला मौका

प्रदेश का एकमात्र जिला जहां से जीते तीन सांसदों को मुख्यमंत्री बनने का मिला मौका
खुशबू के कारोबार के लिए देश-दुनिया में मशहूर कन्नौज से एक दिलचस्प सियासी संयोग भी जुड़ा है। यहां से अलग-अलग समय पर सांसद चुने गए तीन नेता बाद में मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे। इसमें सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र अखिलेश यादव का नाम शामिल है। दोनों ही यूपी के मुख्यमंत्री बने कन्नौज से ही सियासी पारी का आगाज करने वालीं शीला दीक्षित तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं।एक ही संसदीय सीट के तीन सांसदों का मुख्यमंत्री तक पहुंचने की नजीर शायद ही कहीं और हो। शीला दीक्षित और मुलायम सिंह यादव को एक-एक बार कन्नौज संसदीय सीट से सांसद बनने का मौका मिला।

कन्नौज संसदीय सीट से सांसद बनने से पहले मुलायम सिंह यादव दो बार मुख्यमंत्री रह चुके थे। उन्हें यहां से सांसद रहने के बाद भी मुख्मयंत्री बनने का मौका मिला। शीला दीक्षित यहां से 1984 में पहली बार सांसद बनी थीं। बाद में दिल्ली में सक्रिय हो गईं बाद लगातार तीन बार दिल्ली की मुख्मयंत्री बनीं। अखिलेश यादव ने वर्ष 2000 के उपचुनाव में पहली बार सियासी दुनिया में कदम रखा और लगातार तीन बार यहां से सांसद बने। खास बात यह कि सांसद रहते हुए ही अखिलेश यादव ने सूबे के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी। बाद में सांसद पद से इस्तीफा दिया और विधान परिषद सदस्य बनकर मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली।

मुलायम सिंह यादव
कन्नौज के सांसद बनने के बाद तीसरी बार बने मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव वर्ष 1999 में कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे। इस चुनाव के चार वर्ष बाद वर्ष 2003 में उन्होंने तीसरी बार मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली। यहां से सांसद चुने जाने से पहले भी वह दो बार वह सूबे के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुके थे।

मुख्यमंत्री का कार्यकाल
पहली बार: पांच दिसंबर 1989 से 24 जून 1991
दूसरी बार: पांच दिसंबर 1993 से तीन जून 1995
तीसरी बार: 23 अगस्त 2003 से 13 मई 2007
कन्नौज से सांसद: 1999 से 2000

शीला दीक्षित
पहले कन्नौज से सांसद, तीन बार दिल्ली की सीएम
किसी सूबे की लगातार तीन बार मुख्यमंत्री बनने वाली देश की पहली मुख्यमंत्री शीला दीक्षित कन्नौज संसदीय सीट की संसद में नुमाइंदगी कर चुकी हैं। वर्ष 1998 से 2013 के बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री रहने के पहले वह 1984 में यहां से सांसद चुनी गईं थीं। बाद में केरल की राज्यपाल की बनीं। 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा भी घोषित किया था।

मुख्यमंत्री का कार्यकाल
पहली बार मुख्यमंत्री: 1998 से 2003
दूसरी बार मुख्यमंत्री: 2003 से 2008
तीसरी बार मुख्यमंत्री: 2008 से 2013
कन्नौज से सांसद: 1984 से 1989

अखिलेश यादव
कन्नौज से सांसद रहते ही बने मुख्यमंत्री
कन्नौज संसदीय सीट से हैट्रिक लगाने वाले इकलौते सांसद होने का तमगा हासिल करने वाले अखिलेश यादव जब सूबे के मुख्यमंत्री बने तो वह कन्नौज के ही सांसद थे। वह वर्ष 2000 के उपचुनाव, 2004 का चुनाव और 2009 का लोकसभा जीते थे। वर्ष 2012 में सूबे की सरकार बनी तो सांसद रहते हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

कार्यकाल
पहली बार सांसद: 2000 से 2004
दूसरी बार सांसद: 2004 से 2009
तीसरी बार सांसद: 2009 से 2012
यूपी के मुख्यमंत्री: 2012 से 2017