इतिहास-स्मृति:अटल जी की लाहौर बस यात्रा

 20 फरवरी/इतिहास-स्मृति अटल जी की लाहौर बस यात्रा पाकिस्तान अपने जन्मकाल से ही भारत के प्रति शत्रुता रखता है। भारत के सभी प्रधानमंत्रियों ने शांति के प्रयास किये। युद्ध में उसे बुरी तरह पीटने के बाद भी उससे समझौते किये; पर कुत्ते की दुम की तरह वह कभी सीधा नहीं हुआ। इसी क्रम में अटल…

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इच्छा की पूर्ति होते ही हम ईश्वर को प्रेम करना छोड़ देते हैं

इच्छा की पूर्ति हो जाती है, तब हम ईश्वर को प्रेम करना छोड़ देते हैंभक्ति रस में बहकर मूर्तिपूजकों ने ईश्वर को अतिरंजित कर दिया और खुद को पराधीन मानकर स्वयं को ईश्वर के हवाले कर दिया, तो अंतःकरण में सुधार अवरूद्ध हो गया।हमारा निर्माण 23 तत्वों, सूक्ष्म शरीर के 18 और स्थूल शरीर के…

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जन्मदिवस विशेष:छत्रपति शिवाजी

19 फरवरी/जन्मदिवस छत्रपति शिवाजी शिवाजी महाराज का जन्म 19 फ़रवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। इनके पिता का नाम शाहजी भोसलें और माता का नाम जीजाबाई था। शिवनेरी दुर्ग पुणे के पास है। उनकी माता ने उनका नाम भगवान शिवाय के नाम पर शिवाजी रखा। शिवाजी महाराज का विवाह 14 मई 1640 में…

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जन्म दिवस विशेष:तपस्वी जीवन श्री गुरुजी

19 फरवरी/जन्म-दिवस तपस्वी जीवन श्री गुरुजी संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार ने अपने देहान्त से पूर्व जिनके समर्थ कन्धों पर संघ का भार सौंपा, वे थे श्री माधवराव गोलवलकर, जिन्हें सब प्रेम से श्री गुरुजी कहकर पुकारते हैं। माधव का जन्म 19 फरवरी, 1906 (विजया एकादशी) को नागपुर में अपने मामा के घर हुआ था।…

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मनुष्य जैसा सोचता है, वैसा बन जाता है…विचार उर्जा की तरंगे हैं

मन की उर्जा का क्षय विचारों के द्वारा होता है जिसका प्रभाव शरीर पर भी पड़ता है। मन जब शांत और स्थिर होता है तो व्यक्ति सही निर्णय लेकर सफलता हासिल करता है। मन में शुभाशुभ विचार हर समय आते रहते हैं, मन अनेकानेक भावनाओं, विश्लेषण और तर्क-वितर्क में हर समय उलझा रहता है।  …

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वसन्त पंचमी का शौर्य

मत चूको चौहान वसन्त पंचमी का शौर्य  चार बांस, चौबीस गज, अंगुल अष्ठ प्रमाण! ता उपर सुल्तान है, चूको मत चौहान!!   वसंत पंचमी का दिन हमें “हिन्दशिरोमणि पृथ्वीराज चौहान” की भी याद दिलाता है। उन्होंने विदेशी इस्लामिक आक्रमणकारी मोहम्मद गौरी को 16 बार पराजित किया और उदारता दिखाते हुए हर बार जीवित छोड़ दिया,…

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देवताओं के गुरु बृहस्पति की कैसे हुई उत्पत्ति? जानें……

क्या बहुत अधिक प्रयास करने पर भी आपको वो परिणाम नहीं मिल पाता, जिसके आप हकदार हैं? या फिर आप जिस भी काम को करने जाते हैं, वहां बाधा उत्पन्न हो जाती है? अगर आपके जीवन में भी कुछ ऐसी ही स्थितियां उत्पन्न होती रहती हैं, तो हो सकता है कि आपका गुरु या बृहस्पति…

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दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर में 7 घोड़े ही क्यों होते हैं, जानें क्या कहता है वास्तु शास्त्र

वास्तु शास्त्र में घर में पॉजिटिव एनर्जी लाने के लिए बहुत से उपाय बताए गए हैं. इन उपाय में सबसे आसान ,खास और लोकप्रिय उपाय है, 7 सफेद दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर. भागते हुए घोड़ों को बहुत लकी माना जाता है और अगर उनकी संख्या 7 हो तो ये गजब का असर दिखाते हैं….

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जन्म दिवस विशेष:राजपथ से रामपथ पर – आचार्य गिरिराज किशोर

4 फरवरी/जन्म दिवसराजपथ से रामपथ पर – आचार्य गिरिराज किशोर विश्व हिन्दू परिषद के मार्गदर्शक आचार्य गिरिराज किशोर का जीवन बहुआयामी था। उनका जन्म चार फरवरी, 1920 को एटा (उ.प्र.) के मिसौली गांव में श्री श्यामलाल एवं श्रीमती अयोध्यादेवी के घर में मंझले पुत्र के रूप में हुआ। हाथरस और अलीगढ़ के बाद उन्होंने आगरा…

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अद्भुत है ‘दिनकर’ का लिखा कृष्ण-कर्ण संवाद..

यह प्रसंग राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के काव्य-संग्रह ‘कृष्ण की चेतावनी’ से लिया गया है। जब कृष्ण दुर्योधन की सभा में शांति दूत बनकर जाते हैं और मात्र पांच गांव की मांग करते हैं।उस पर भी वह मना कर देता है और युद्ध के लिए अडिग रहता है। उसके बाद कृष्ण अपना विराट स्वरूप दिखाते…

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