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आइये जानते है अजंता की गुफाओं के बारे में……..क्या कहती है गुफाएं

अजंता की गुफाएँ: महाराष्ट्र में औरंगाबाद के पास वाघोरा नदी के पास सह्याद्रि पर्वतमाला (पश्चिमी घाट) में स्थित हैं। इसमें कुल 29 गुफाएँ (सभी बौद्ध) हैं, जिनमें से 25 को विहार या आवासीय गुफाओं के रूप में जबकि 4 को चैत्य या प्रार्थना हॉल के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। इन गुफाओं का विकास…

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हम खुश होते हैं इंडिया नाम लेकर……कवि विक्रम की बेहतरीन कविता का आंनद उठाये

अंग्रेज गए हमें अंग्रेजी नाम देकर। हम खुश होते है इंडिया नाम लेकर।। हमारे पास हिंदुस्तान नाम तो था ही, जो हमारे भूगोल की याद दिलाता है। हमारे पास तो भारत नाम भी था जो संस्कृति सभ्यता संस्कार दुहराता है।। न जाने क्यों हम इंडिया से चिपके है, भारत पूर्ण रूप से क्यों नही अपनाते।…

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चैत्र मास का अर्थ ही ‘राम’ होता है…..

पता नहीं कब से, शायद जब से धरा धाम पर राम आये तभी से सभ्यता के लिए चैत्र मास का अर्थ ही ‘राम’ होता है।     फगुआ की शाम को ढोलक पर पड़ती एक मदमाती थाप, और अनेक उल्लासित कंठों का सम्मिलित स्वर-   “ए रामा चइत महिनवा, ए राम के जनमवा ए रामा…”    यदि…

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नया भारतीय वर्ष और विदेशी वर्ष:सम्पूर्ण वैज्ञानिक विवेचन कर रहे मौसम वैज्ञानिक डॉ दिलीप कुमार सिंह

    दुनिया में समय और कालगणना के लिए अनेक वर्ष और सम्वत  प्रचलित हैं  इसमें मुख्य रूप से विक्रम संवत शक संवत हिजरी संवत इसाई संवत कलि संवत युधिष्ठिर एवं श्री कृष्ण संवत प्रमुख हैं इस समय विक्रम संवत 2081 शक संवत 1945 ई सन 2024  कलि संवत  5126 और श्री कृष्ण संवत 5250…

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वात्सल्य:”हे विश्व के भ्रमित मर्दो ,औरत दिल से कमजोर नहीं होती ,वो तो बस ‘माँ’ होती है..!

वो विधवा थी पर श्रृंगार ऐसा कर के रखती थी कि पूछो मत।     बिंदी के सिवाय सब कुछ लगाती थी। पूरी कॉलोनी में उनके चर्चे थे। उनका एक बेटा भी था जो अभी नौंवी कक्षा में था । पति रेलवे में थे उनके गुजर जाने के बाद रेलवे ने उन्हें एक छोटी से…

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भारतीय इतिहास का एक  “पन्ना” भुला दिया गया जिसे शायद कोई नहीं जानता कि वह कौन थी

     भारतीय इतिहास का एक  “पन्ना” भुला दिया गया जिसे शायद कोई नहीं जानता कि वह कौन थी ! क्यों की हमारी इतिहास कि किताबे मुगलों और गांधी में इतनी खो गई हैं कि भारतीय इतिहास के ज़रूरी अध्याय ही गायब कर दिए गए हैं। आप सब ने तैमूर लंग के बारे में तो…

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फाल्गुन पूर्णिमा वर्ष का सबसे भाग्यशाली दिन? धार्मिक मामलो की जानकार मंजू लता शुक्ला से जानें महत्व

  फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन जातक व्रत रखते हैं और इस दिन स्नान-दान का विशेष महत्व भी माना जाता है. हिंदू धर्म में प्रत्येक त्योहार व दिन का खास महत्व होता है और पूर्णिमा तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. विशेष तौर पर फाल्गुन माह की पूर्णिमा सबसे खास मानी…

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सच्ची होली हो,सब मुस्काएं, तो उत्सव है…..होलिका दहन में अपनी समृद्धि के लिए क्या डाले ..

कोई आधी मुस्कान नहीं दे सकता, तो त्योहार पर भी ऐसा भेदभाव क्यों हो। सब मुस्काएं, तो उत्सव है। फा गुन महीना है। हरियाली ने लाल-पीले टेसू का आंचल ओढ़ लिया है। माहौल के रंग होली का इशारा कर रहे हैं। अपने-अपने ढंग से उत्सव को मनाने को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सनातन…

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बुढ़ापे को आरामदायक बनाएंगे ये पांच तरीके ……

   अपनी सेवानिवृत्ति योजना को लेकर एक ऐसी प्रक्रिया के रूप में सोचने की जरूरत है, जो छोटे, सरल और आसान कदमों से आपको मंजिल तक पहुंचने में मदद करेगी। योजना बनाने के इस नजरिये के साथ आप अपने किसी भी लक्ष्य को बाधित किए बिना ऐसे नतीजे पर पहुंच सकते हैं, जो आपके लिए…

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बलिदान-दिवस अमर बलिदानी छत्रपति सम्भाजी

11 मार्च/बलिदान-दिवस अमर बलिदानी छत्रपति सम्भाजी   भारत में हिन्दू धर्म की रक्षार्थ अनेक वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। छत्रपति शिवाजी के बड़े पुत्र सम्भाजी भी इस मणिमाला के एक गौरवपूर्ण मोती हैं। उनका जन्म 14 मई, 1657 को मां सोयराबाई की कोख से हुआ था। तीन अपै्रल, 1680 को शिवाजी के…

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