झारखंड में क्या बच जाएगी सरकार…..?

झारखंड में आज चंपई सरकार की अग्निपरीक्षा है. विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. JMM और कांग्रेस विधायक हैदराबाद से रांची पहुंचे हैं. हेमंत सोरेन भी विश्वास मत के दौरान मौजूद रहेंगे. बीजेपी का दावा है कि चंपई सोरेन के सीएम बनने के बाद भी JMM और गठबंधन सरकार में सब कुछ सही नहीं है

झारखंड में सियासी गहमागहमी जारी है. सूबे की मौजूदा चंपई सोरेन सरकार के लिए अहम दिन है क्योंकि आज ये साबित हो जाएगा कि झारखंड सरकार रहेगी या जाएगी. मुख्यमंत्री चंपई सोरेन विधानसभा में विश्वास मत का सामना करेंगे. इसके लिए विशेष सत्र बुलाया गया है. हालांकि जमीन घोटाले में घिरे हेमंत सोरेन आज फ्लोर टेस्ट में मौजूद रहेंगे, लेकिन चंपई सोरेन के सामने बहुमत साबित करने की चुनौती होगी. हालांकि विधायकों के टूटने की आशंका के चलते हैदराबाद भेजे गए कांग्रेस विधायक रांची पहुंच गए हैं

विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश जारी है क्योंकि बीजेपी लगातार इस बात का दावा करती रही है कि चंपई सोरेन के सीएम बनने के बाद भी JMM और गठबंधन सरकार में सब कुछ सही नहीं है. हालांकि जेएमएम विधायक मिथिलेश ठाकुर अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं. उनका दावा कि जेएमएम के नेतृत्व वाला गठबंधन विश्वास मत से जीत हासिल करेगा और राज्य में कई बीजेपी विधायक भी गठबंधन के समर्थन में हैं.

इस बीच मंत्री आलमगीर आलम का कहना है कि हमारे विधायक एकजुट हैं. उनके पास 48 से 50 विधायकों का समर्थन है. हालांकि, बीजेपी के चीफ व्हिप बिरंची नारायण ने दावा किया है कि गठबंधन विश्वास मत हार जाएगा. हैदराबाद में विधायकों को कड़ी निगरानी में रखा गया था, जिससे पता चलता है कि उन्हें जीत का भरोसा नहीं था. वहीं, बीजेपी ने सदन में अपनी रणनीति तैयार करने के लिए विधायक दल की बैठक की.

किसके पास कितने नंबर?

झारखंड में अगर बहुमत के गणित की बात करें तो जेएमएम के नेतृत्व वाला महागठबंधन मजबूत दिखाई दे रहा है. राज्य में विधानसभा की 81 सीटें हैं और बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने के लिए 41 सीटों की जरूरत है. जेएमएम के पास 29, कांग्रेस के पास 17, आरजेडी के पास 1 और माले के पास 1 और विधायक है, जिनकी कुल संख्या 48 हो गई है. वहीं, बीजेपी के पास 26, आजसू के पास 3, एनसीपी के पास 1 और निर्दलीय 2 विधायक हैं. कुल मिलाकर बीजेपी के पास 31 विधायक ही हैं.

वहीं, विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर विधानसभा और उसके आसपास के इलाके में लगभग 1000 जवानों की तैनाती की गई है. विधानसभा के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है. अनावश्यक भीड़ को रोकने के लिए कई स्थानों पर एहतियातन बैरिकेडिंग की गई है.

हेमंत सोरेन की याचिका पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई

इधर, हेमंत सोरेन की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर अपने गिरफ्तारी और रिमांड को चुनौती दी गई है. हेमंत सोरेन की ओर से दोनों बिंदुओं पर चुनौती दी गई है. याचिका आज सोमवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस चंद्रशेखर की अध्यक्षता वाली खंडपीठ में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है. हस्तक्षेप याचिका में हेमंत सोरेन की ओर से कहा गया है कि उनके खिलाफ कोई केस नहीं है. राजनीतिक विद्वेष के कारण गिरफ्तारी की गई है. गिरफ्तारी गलत और नियमों के विरुद्ध है. उन्होंने ईडी को 5 दिनों का रिमांड दिए जाने को भी चुनौती दी है. हेमंत सोरेन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर गिरफ्तारी की आशंका जताई थी और अदालत से पूछताछ के दौरान उनके खिलाफ पीड़क कार्रवाई नहीं करने का आग्रह किया था.