नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अधिसूचित और लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसे चुनावों से पहले अधिसूचित किया जाएगा. शाह ने यहां राष्ट्रीय राजधानी में एक टीवी कार्यक्रम में यह बात कही.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 370 सीट एवं उसके नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 400 से अधिक सीट मिलेंगी और केंद्र में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी.
शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कोई संशय नहीं है और यहां तक कि कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों को भी एहसास हो गया है कि उन्हें फिर से विपक्ष में बैठना होगा. हमने (पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के) अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया है, इसलिए हमें भरोसा है कि देश की जनता भाजपा को 370 सीट और राजग को 400 से अधिक सीट पर जीत दिलाकर अपना आशीर्वाद देगी.’
जयंत चौधरी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और कुछ अन्य क्षेत्रीय दलों के राजग में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री ने सत्तारूढ़ गठबंधन में और दलों के शामिल होने का संकेत दिया और कहा कि भाजपा ‘परिवार नियोजन में विश्वास करती है लेकिन राजनीति में इसे नहीं अपनाती.’
शिअद के शामिल होने की संभावना को लेकर फिर से पूछे जाने पर शाह ने कहा, ‘वार्ता जारी है लेकिन कुछ भी तय नहीं हुआ है.’ शाह ने कहा कि 2024 का चुनाव राजग और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के बीच नहीं, बल्कि विकास और महज नारे देने वालों के बीच का चुनाव होगा.
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बारे में पूछे जाने पर कहा कि नेहरू-गांधी वंशज को इस तरह की यात्रा करने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि 1947 में देश के विभाजन के लिए उनकी पार्टी जिम्मेदार थी. शाह ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर कहा कि इससे पहले तुष्टिकरण की राजनीति के कारण और कानून-व्यवस्था का हवाला देकर राम मंदिर नहीं बनने दिया गया.