अंबेडकरनगर। बिहार से ट्रेलर से मौरंग लेकर आ रहे चालक को रोकना जिला खनन अधिकारी को भारी पड़ गया। चालक की सूचना पर पहुंचे ट्रेलर मालिक ने खनन अधिकारी की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं वह ट्रेलर लेकर जानमाल की धमकी देते हुए मौके से भाग भी गया। खनन अधिकारी ने वाहन मालिक व चालक समेत तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने ट्रेलर के साथ चालक को गिरफ्तार कर लिया है
जिला खनन अधिकारी कमलेश साहू बृहस्पतिवार की सुबह हमराही होमगार्ड पवन कुमार उपाध्याय, रामसुरेश यादव के साथ राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र में चेकिंग कर रहे थे। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के सर्विस लेन पर चुरमरा गांव के पास उन्होंने मौरंग लदे ट्रेलर को जांच के लिए रोका। चालक भोला से मौरंग परिवहन का प्रपत्र मांगा गया तो बिहार सरकार से जारी खनिज परिवहन चालान दिखाया गया। इसके बाद इंटरस्टेट ट्रांजिट पास (आईएसटीपी) मांगा गया तो उसने न होने की बात कही।
जांच करने पर पाया कि वाहन में 25 घनमीटर मौरंग भरी थी। चालक से करीब 28 हजार रुपये चालान जमा करने को कहा तो उसने वाहन मालिक को सूचना दे दी। कुछ देर बाद वाहन मालिक एक अन्य व्यक्ति के साथ कार से मौके पर आ गया। उसने अपना नाम सत्य प्रकाश सिंह निवासी ग्राम बड़ागांव मुबारकपुर जनपद आजमगढ़ बताया और मौरंग लदे वाहन को साथ ले जाने लगा। खनन अधिकारी ने रोका तो गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस पर खनन अधिकारी ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक वह मौके से वाहन लेकर भाग चुका था।
खनन अधिकारी ने वाहन मालिक, चालक व एक अज्ञात के विरुद्ध सरकारी राजस्व की क्षति, सरकारी कार्य में बाधा, गाली-गलौज और मारपीट समेत अन्य आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी गई। मामले में पुलिस ने दो नामजद व एक अज्ञात के विरुद्ध संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी विजय तिवारी ने बताया कि आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है।
कार्रवाई के बजाय इंतजार करना पड़ा भारी
जिला खनन अधिकारी ने जांच के दौरान काफी देर तक इंतजार किया। पहले दस्तावेजों की पड़ताल की। फिर चालक के कहने पर मालिक के पहुंचने का इंतजार किया। इस बीच कागजी लिखापढ़ी भी नहीं की। आजमगढ़ से ट्रेलर मालिक के पहुंचने के बाद मारपीट की नौबत आ गई। लोगों में चर्चा है कि अगर कार्रवाई कर दी जाती तो शायद यह नौबत न आती।
वर्जन
दर्ज किया जा रहा है केस
जांच के दौरान ट्रेलर चालक दस्तावेज नहीं दिखा पाया था तो चालान जमा करने के लिए उसने मालिक को बुलाया था। इसी वजह से इंतजार किया था। मारपीट के मामले के केस दर्ज कराया गया है।
– कमलेश साहू, जिला खनन अधिकारी