राम मंदिर उद्घाटन के बाद अयोध्या में पहला भव्य दीपोत्सव, 28 लाख दीयों और रामलीला के अंतरराष्ट्रीय मंचन से सजेगा तीन दिवसीय महोत्सव

 योगी सरकार अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद होने वाले पहले दीपोत्सव को यादगार बनाने की तैयारी कर रही है। सत्ता में आने के साथ ही 2017 से योगी सरकार हर दीवाली के त्योहार पर अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन कर रही है। प्रदेश सरकार हर साल सरयु तट पर दीप जलाने के मामले में विश्व रिकार्ड बना रही है। इस बार भी बुधवार को दीपोत्सव में 28 लाख मिट्टी के दीप जलाने का रिकॉर्ड बनेगा।

अयोध्या में रामलला का मंदिर बन जाने के चलते इस बार दीपोत्सव पर आयोजनों का सिलसिला सोमवार से लेकर बुधवार तक चलेगा। इस बार के दीपोत्सव में 10,000 स्थानीय लोग भी शामिल होंगे। दीपोत्सव को यादगार बनाने के लिए पर्यटन विभाग अयोध्या में लता चौक के पीछे की ओर एक पुष्पक विमान बना रहा है। इसे फ्लेक्स पर न बनाकर कैनवास के जरिये बनाया जा रहा है, ताकि अयोध्या प्रदूषण मुक्त बनी रहे। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पुष्पक विमान एक सेल्फी पॉइंट भी रहेगा। यहां दो फीट की ऊंचाई पर 36 फीट ऊंचा और 24 फीट चौड़ा पुष्पक विमान बनाया जा रहा है। पुष्पक विमान में माता सीता, भगवान राम, उनके तीनों भाई की फाइबर की प्रतिमा रहेगी।

वहीं अयोध्या में राम की पैड़ी पर आठ फीट ऊंचा राम दरबार बनाया जाएगा, जिसमें भगवान के स्वरूप बैठेंगे। इसके अलावा अयोध्या धाम में 11 थीम गेट बनाये जा रहे हैं। तीन गेट रामकथा पार्क में ही लगवाए गए हैं। राम मंदिर में जाने वाले चार प्रमुख गेट को सजाए जाने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए 10 क्विंटल फूलों को मंगाया गया है। सभी गेट पर तोरणद्वार बनाये जाएंगे।

दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव के विश्व कीर्तिमान के लिए अयोध्या के राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय परिसर सहित 14 महाविद्यालय, 37 इण्टर कालेज, 40 एनजीओ के 30 हजार वालंटियर लगाये गए है।

नेशनल हाईवे से अयोध्या में प्रवेश मार्ग धर्मपथ पर 15-15 फीट के 24 पिलर लगाए जा रहे हैं। डिजिटल पिलर पर रामायण के प्रसंग चलेंगे व स्वागतम् द्वार तक 28 से 30 अक्टूबर तक इन्हें चलाया जाना है। पिलर के ऊपर आकर्षक लाइटिंग की भी व्यवस्था रहेगी। रामकथा पार्क, राम की पैड़ी, हनुमान गढ़ी, बिरला मंदिर, भजन संध्या स्थल, तुलसी उद्यान, सरयू ब्रिज इत्यादि स्थलों पर लाइटिंग होगी।

पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दीपोत्सव के मुख्य मंच रामकथा पार्क में छह देशों की रामलीला होगी। इसमें म्यामार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया व इंडोनेशिया के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। वहीं उत्तराखंड के कलाकारों की तरफ से रामलीला की प्रस्तुति भी मुख्य मंच पर ही होगी।

सहारनपुर की रंजना नेव नृत्यमयी रामायण के जरिए आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करेंगी। आगरा की प्रीति सिंह (प्रीति के परिंदे) हनुमान चालीसा नृत्य नाटिका से संकटमोचन के चरणों में हाजिरी लगाएंगी। दिल्ली की मैत्रेय पहाड़ी व उनकी टीम श्रीरामचरितमाानस नारी शक्ति पर प्रस्तुति देंगी। लखनऊ की अपर्णा यादव का भजन गायन भी मुख्य मंच पर ही होगा।

संस्कृति विभाग के निर्देशन में 28 से 30 अक्टूबर तक रामलीला दलों के कलाकारों द्वारा शोभायात्रा की प्रस्तुति होगी। इसमें अयोध्या की श्री मारुति नंदन हनुमन आदर्श रामलीला मंडल, श्रीबालाजी सांस्कृतिक विकास सेवा संस्थान, जय हनुमान मानस उत्थान आदर्श रामलीला मंडल, श्रीअवध आदर्श रामलीला समिति, श्रीजनक दुलारी संस्थान समेत 11 दल रहेंगे।

लोककलाकार दल भी विजयवीर विक्रम बहादुर, माता प्रसाद वर्मा की तरफ से फरुआही, अयोध्या के पुष्पेंद्र कुमार (बहुरूपिया), सुमिष्ठा मित्रा व टीम बधावा, रमा प्रजापति व टीम अवधी, झांसी के निशांत भदौरिया राई, गोरखपुर की सुगम सिंह शेखावत वनटांगिया नृत्य, मथुरा के माधव आचार्य मयूर नृत्य पर प्रस्तुति देंगे।