मन की प्रवृत्तियों पर नियंत्रण ही योग है

मन की चंचलताओं या क्रियाओं पर स्वामित्व स्थापन, नियंत्रण या उनको हटाना योग है। वैदिक योग दर्शन के सूत्रकार महान मनोवैज्ञानिक महर्षि पतंजलि के योगसूत्र में योग की परिभाषा है – योगश्चित्तवृत्तिनिरोध:। योग शब्द युज् (जोड़ना या मिलाना) धातु से निष्पन्न हुआ है। योग के बीज ऋ ग्वेद में भी पाए जाते हैं। ऋ ग्वेद…

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