श्रीराम की संस्कृति, संस्कार, आचरण भी हर व्यक्ति के जीवन में आना आवश्यक – डॉ. मोहन भागवत
समाज में अस्पृश्यता का भाव नहीं चाहिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि समाज में अच्छे भाव, अच्छी संस्कृति, उत्तम संस्कार, राष्ट्र भक्ति का निर्माण तथा योग्य परिवर्तन करने का कार्य केवल संघ का नहीं है. अपितु, संपूर्ण समाज को आगे आकर इस कार्य को करना अपेक्षित है. ‘तेरा…