सच्ची होली हो,सब मुस्काएं, तो उत्सव है…..होलिका दहन में अपनी समृद्धि के लिए क्या डाले ..

कोई आधी मुस्कान नहीं दे सकता, तो त्योहार पर भी ऐसा भेदभाव क्यों हो। सब मुस्काएं, तो उत्सव है। फा गुन महीना है। हरियाली ने लाल-पीले टेसू का आंचल ओढ़ लिया है। माहौल के रंग होली का इशारा कर रहे हैं। अपने-अपने ढंग से उत्सव को मनाने को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सनातन…

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