उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले की सब्जियां खाड़ी देशों के लोगों की थाली का हिस्सा बनेंगी। पीलीभीत से सब्जियों की पहली खेप को दुबई रवाना किया गया है। भारत सरकार के राज्य मंत्री वाणिज्य एवं उद्योग, जितिन प्रसाद ने 1200 किलो सब्यों से भरी पहली गाड़ी को हरी झंडी दिखा कर दुबई के लिए रावाना किया है।
भारत सरकार के राज्य मंत्री वाणिज्य एवं उद्योग, जितिन प्रसाद ने 1200 किलो सब्यों से भरी पहली गाड़ी को हरी झंडी दिखा कर दुबई के लिए रावाना किया है।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले की सब्जियां खाड़ी देशों के लोगों की थाली का हिस्सा बनेंगी। पीलीभीत से सब्जियों की पहली खेप को दुबई रवाना किया गया है।
भारत सरकार के राज्य मंत्री वाणिज्य एवं उद्योग, जितिन प्रसाद ने 1200 किलो सब्यों से भरी पहली गाड़ी को हरी झंडी दिखा कर दुबई के लिए रावाना किया है। पीलीभीत में आयोजित निर्यात जागरुकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बाधाओं की पहचान करने और क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देकर वैश्विक अवसरों को खोलने के लिए स्थानीय शक्तियों का लाभ उठाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने मौजूदा निर्यातकों से अपने निर्यात को बढ़ाने हेतु आह्वान किया गया तथा नये उद्यमियों को निर्यात हेतु आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया।
मंगलवार को निर्यात के लिए रवाना की गयी सब्जियों की गाड़ी पहले लखनऊ गयी है जहां से उसे एपीडा के मधुजंसा फेड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, वाराणसी उत्तर प्रदेश द्वारा दुबई भेजा जायेगा। निर्यात जागरुकता कार्यक्रम में बरेली मंडल के जिलों पीलीभीत, बरेली, बदांयू और शाहजहांपुर के 200 उद्यमियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन विशेष रूप से बरेली मण्डल की निर्यात हेतु असीम सम्भावनाओं को धरातल पर लाने हेतु किया गया था। इसका उद्देश्य नए और संभावित निर्यातकों को विदेशी व्यापार के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरणों से लैस कर स्थानीय एमएसएमई को वैश्विक बाजारों में अपनी पहचान के लिए सशक्त बनाना था। कार्यक्रम में एमएसएमई निर्यात की सफलता के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल किया गया, जिसमें निर्यात नीतियों और प्रक्रियांए, बाजार, अनुसंधान और पहचान ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियाँ, लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और वित्तपोषण विकल्प और जोखिम प्रबंधन शामिल है।
कार्यक्रम में निर्यातको की सफलता की कहानियों, मेंथा तेल की खेती और निर्यात की सम्भावनाओं भारत सरकार की निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं, कृषि, कालीन और दरी में निर्यात प्रोत्साहन पहलों आदि पर चर्चा की गयी। निर्यात उत्पादों के शिपमेंट के लिए लॉजिस्टिक के बारे में उद्योगों को जागरूक करने के लिए ई-कॉमर्स सत्र में डाक विभाग के डाक घर निर्यात केन्द्र, डीएचएल, अमेज़न के प्रतिनिधियों ने माल भेजने के बारे में बताया। बैंक और व्यापार विदेशी मुद्रा (फारेक्स) सेवाओं से संबंधित सत्र में निर्यातकों को उपलब्ध वित्तीय सेवाओं के बारे में बताया गया।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने पीलीभीत जिले के महफ फेड फार्मर प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड को निर्यात लाइसेन्स भी सौंपा। उन्होंने कहा कि एपीडा के सहयोग से पीलीभीत भी फल सब्जियों हेतु निर्यात की सूची में अपना नाम दर्ज करा चुका है। अब पीलीभीत के किसानों को निर्यात की सीधी सुविधा प्रारम्भ कर दी गयी है और आने वाले दिनों अन्य एफपीओ को भी इसमें जोडा जायेगा। इससे न केवल किसान की आय बढ़ेगी बल्कि क्षेत्र के विकास को भी मदद मिलेगी।