वाराणसी में काशी विश्वनाथ विशिष्ट परिक्षेत्र के येलो जोन में बड़ा हादसा हुआ है। यहां 70 साल पुराने मकान अचानक धराशायी हो गए। कई लोग मलबे में दबे हैं। उन्हें बचान के लिए एनडीआरएफ की टीम जुटी है।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में बड़ा हादसा हुआ है। काशी विश्वनाथ मंदिर के पास काशी विश्वनाथ विशिष्ट परिक्षेत्र के येलो जोन में देर रात दो मकान ढह गए हैं। कई लोग मलबे में दब गए हैं। उन्हें बचान के लिए एनडीआरएफ की टीम जुटी है। पांच लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार, वाराणसी के चौक थाना इलाके के खोआ गली चौराहे पर यह हादसा हुआ है। यहां 70 साल पुराने मकान अचानक धराशायी हो गए। बताया जा रहा है कि प्रसिद्ध जवाहिर साव कचौड़ी वाले के ऊपर स्थित राजेश गुप्ता और मनीष गुप्ता के इन मकानों के मलबे में आठ लोग दबे थे।
स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और बचाव अभियान शुरू किया। कई लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया है, जिसमें गंभीर रूप से घायल एक सिपाही भी शामिल है, जिसे कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा विश्वनाथ मंदिर में ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुई है।
मंदिर जाने वाले गेट नंबर 4 को बंद कर दिया गया है, जबकि गेट नंबर 1 और 2 से एंट्री दी जा रही है। घटना स्थल पर अधिकारियों ने सुरक्षा की दृष्टि से मीडिया को भी कवरेज के लिए गली में प्रवेश करने से रोक दिया है। रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है।