नगर कोतवाली क्षेत्र के मुल्ला टोला मोहल्ले में कब्रिस्तान के बीचोंबीच स्थित शिवलिंग को अक्सर खंडित किए जाने पर शुक्रवार को लोगों ने कोतवाली का घेराव कर लिया। उन्होंने शिवलिंग को सुरक्षित रखने के लिए मंदिर बनाने की मांग की। वहीं, दूसरा पक्ष सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगा रहा है। मामला संवदेनशील होने के कारण मौके पर पीएसी व पुलिस तैनात कर दी गई। यह मामला पूरे दिन सोशल मीडिया पर छाया रहा।
मुफ्ती मोहल्ला वार्ड के रतन मौर्य ने आरोप लगाया कि मुल्ला टोला में कब्रिस्तान के बीच ऐतिहासिक शिवलिंग स्थित है। बार-बार अराजक तत्व इसको खंडित करने की कोशिश करते रहते हैं। शुक्रवार को रतन मौर्य पक्ष के लोगों ने कोतवाली का घेराव कर लिया। उनकी मांग है कि शिवलिंग को घेरकर या फिर मंदिर बनाकर सुरक्षित किया जाए।
रतन मौर्य का दावा है कि उनके पिता बताते थे, यहां आठ फीट मोटा पीपल का वृक्ष था, जहां जल चढ़ाने के बाद गणेश व राधा-कृष्ण के मूर्ति की लोग पूजा करते थे। करीब 28 साल पहले पीपल का पेड़ सूखकर गिर गया तो वहां बड़े आकार का शिवलिंग निकला। इसकी लोग रोजाना पूजा अर्चना करते थे। आराेप है कि दूसरे पक्ष के कारण उनका परिवार खालिसपुर गांव में बस गया। इसके बाद भी चार परिवारों के करीब 15 से 20 सदस्य शिवलिंग की पूजा करते रहे। मामला संवदेनशील होने के कारण मौके पर पुलिस और पीएसी को तैनात कर दिया गया है। शुक्रवार शाम को सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रनंदन सिंह ने मौके पर पहुंचकर मामले की पड़ताल की। इस दौरान शांति व्यवस्था का कायम रखने के लिए प्रकाश व कैमरे आदि लगाने के निर्देश दिए गए।