वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने आंध्र प्रदेश में मुस्लिम समुदाय को लुभाने के प्रयास में वक्फ संशोधन बिल 2024 का विरोध किया है। पार्टी के नेता मिथुन रेड्डी ने इसे मुसलमानों को विश्वास में लिए बिना लाया गया एकतरफा विधेयक बताया है। वाईएसआरसीपी का कहना है कि वक्फ की जमीन समुदाय की है और इसे जबरन नहीं छीना जा सकता।
नई दिल्ली : वक्फ संशोधन बिल 2024 को लेकर मोदी सरकार की मुश्किल बढ़ सकती है। आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) इस विधेयक के खिलाफ सामने आई है। पार्टी के इस कदम को राज्य की मुस्लिम आबादी को लुभाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। जगन की पार्टी का यह कदम ऐसे समय में सामने आया है जब आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर चुप्पी साध रखी है। टीडीपी राज्य और केंद्र में बीजेपी के साथ गठबंधन में है। इस तरह जगन के इस रुख ने पीएम मोदी के साथ ही चंद्रबाबू नायडू की टेंशन बढ़ा दी है।
इंडिया गठबंधन के साथ
इस तरह जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वक्फ संशोधन बिल को लेकर इंडिया गठबंधन के साथ खड़ी नजर आ रही है। इंडिया गठबंधन का शुरू से ही इस विधेयक को लेकर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के साथ मतभेद है। यह संसद की संयुक्त समिति के विचार-विमर्श में भी दिखा है। इस मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति विचार कर रही है।
पिछले गुरुवार को लोकसभा ने इस संयुक्त समिति का कार्यकाल अगले साल बजट सत्र के आखिरी दिन तक बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। यह प्रस्ताव जेपीसी के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने पेश किया था।
पहले बिल को लेकर चुप थी YSRCP
वाईएसआरसीपी पहले इस विधेयक पर चुप थी। हाल ही में हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में टीडीपी ने सहयोगी बीजेपी और पवन कल्याण की जनसेना पार्टी (जेएसपी) के साथ मिलकर वाईएसआरसीपी को आंध्र प्रदेश की सत्ता से बाहर कर दिया। इससे पार्टी केवल 11 विधानसभा और चार लोकसभा सीटों पर सिमट गई।
एनडीए के घटक दलों ने शेष 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटें जीतीं। अब, कमजोर वाईएसआरसीपी विवादास्पद वक्फ विधेयक का विरोध करके मुस्लिम समुदाय तक पहुंच बढ़ाने की कोशिश करती दिख रही है। 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य की आबादी में मुस्लिम समुदाय की हिस्सेदारी 9.56% है।
मुस्लिमों को विश्वास में नहीं लिया
रिपोर्ट के अनुसार वाईएसआरसीपी के लोकसभा सांसद पी वी मिथुन रेड्डी ने कहा कि वक्फ विधेयक मुसलमानों को विश्वास में लिए बिना लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी का कहना है कि वक्फ की जमीन समुदाय की है और इसे जबरन नहीं छीना जा सकता।
YSRCP सांसद ने इसे एकतरफा विधेयक बताते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने प्रस्तावित संशोधनों के खिलाफ अपना पक्ष प्रस्तुत किया है। उन्होंने वक्फ विधेयक में संशोधन के लिए अपनी सहमति नहीं दी है।
दोनों सदनों में करेंगे विरोध
रिपोर्ट के अनुसार मिथुन रेड्डी ने कहा कि वक्फ बिल में संशोधनों और उनसे जुड़ी चिंताओं पर विचार करने के लिए गठित संसदीय पैनल में वाईएसआरसीपी के विजयसाई रेड्डी ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि हम लोकसभा और राज्यसभा दोनों में विधेयक का विरोध करेंगे। हम इस मामले में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ खड़े हैं।