महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्ट्र में महागठबंधन की सरकार है. मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण देना संभव नहीं है. ओबीसी से कोई आरक्षण नहीं दिया जाएगा. चार आयोग कह चुके हैं कि यह संभव नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ये संभव नहीं है
महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने रविवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ कहा कि वर्तमान में महाराष्ट्र सरकार द्वारा मराठा समुदाय को अन्य पिछड़े वर्ग की श्रेणी में आरक्षण देना संभव नहीं है. साथ ही छगन भुजबल ने मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल की आलोचना की. उन्होंने अन्य नेताओं पर हमले को लेकर जरांगे पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में महागठबंधन की सरकार है. मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण देना संभव नहीं है. ओबीसी से कोई आरक्षण नहीं दिया जाएगा. चार आयोग कह चुके हैं कि यह संभव नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ये संभव नहीं है. अगर हम 54 प्रतिशत की गणना करें, तो बिहार में यह 63 प्रतिशत है, मैं बाकी आयोग आदि पर विश्वास नहीं करता हूं.
वहीं मराठा नेता मनोज जरांगे ने कहा कि आरक्षण की मांग पर उन लोगों का आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में राज्य की जनता ने सत्तारूढ़ पार्टी को सबक सिखाया है. यदि आरक्षण नहीं मिला तो विधानसभा चुनाव में भी उनको राज्य की जनता सबक सिखाएगी.
ओबीसी कोटे की कई भर्तियां लंबित
उन्होंने कहा कि हम 54 प्रतिशत से अधिक हैं और 27 प्रतिशत आरक्षण दिया और कितना भुगतान किया? 27 प्रतिशत आरक्षण में साढ़े नौ प्रतिशत आरक्षण भरा गया तो हमारा बैकलॉग कितना है? हमारा बैकलॉग भरें फिर अलग से आरक्षण पर विचार करें. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घोषणा की है कि ओबीसी प्रभावित नहीं होंगे. ओबीसी से कोई आरक्षण दिया जाएगा. शरद पवार और उद्धव ठाकरे कोई भी ओबीसी से मराठों को आरक्षण नहीं देंगे.
भुजबल ने मनोज जरांगे पर साधा निशाना
भुजबल ने जारंग पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेते हैं और हमारे लोगों पर हमला करते हैं. दो महीने तक मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया, लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा. लेकिन बीड में उन्होंने विधायकों के घर जला दिए, ओबीसी कार्यकर्ताओं के होटल जला दिए, उन पर हमला किया, उनकी पत्नियों और बच्चों की जान खतरे में डाल दी. उनके घर जलकर राख हो गये. उन्होंने कहा कि आप ओबीसी और उस जैसे सभी लोगों को धमका नहीं सकते. छगन भुजबल ने पूछा, आप लोगों को घर जलाने का क्या अधिकार है?
चुनाव से पहले गरमाई सियासत
बता दें कि महाराष्ट्र में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव से पहले फिर से मराठा को आरक्षण दिये जाने का मुद्दा गरमा रहा है. मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जरांगे ने मांग की कि मराठा को ओबीसी की श्रेणी से आरक्षण दिया जाए, हालांकि छगन भुगबल इसका लगातार विरोध कर रहे हैं. इसे लेकर छगन भुजबल और मनोज जरांगे के बीच जमकर बयानबाजी चल रही है.
आंदोलन रहेगा जारी: जरांगे
दूसरी ओर, मराठा नेता मनोज जरांगे ने दावा किया कि वे लोग मराठा को आरक्षण देने की मांग करते रहेंगे. उन्होंने साफ कहा कि आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब-तक आरक्षण नहीं मिलजाता है. उन्होंने कहा कि सरकार को उनके खिलाफ जो भी कार्रवाई करनी है, वह करे, लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े रहेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक यह सरकार रहेगी, तब-तक आरक्षण नहीं मिलेगा. इस सरकार को हटाने के सिवा अब उन लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने लोगों से अपील की कि लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव में भी सत्तारूढ़ पार्टियों को सबक सिखाएं.