दरोगा हैदर अली रिश्वत लेते हुए दूसरी बार गिरफ्तार

जौनपुर, 06 अगस्त. बदलापुर कोतवाली थाना क्षेत्र में एंटी करप्शन टीम का हफ्ते भर के अंदर में दूसरी बार किसी अधिकारी को रिश्वतखोरी में उठाया गया. जो जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है, घटना Police विभाग का है. वहीं तेजीबाजार थाने के दरोगा हैदर अली रिश्वत मामले में दूसरी बार गिरफ्तार हुए हैं.

तेजीबाजार थाने के दरोगा हैदर अली  को दस हजार रुपये जेसीबी मालिक से रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम ने रंगें हाथ पकड़ कर बदलापुर थाने ले आयी. तेजीबाजार थाना क्षेत्र के आशुतोष यादव बरियार गांव को जेसीबी छुड़ाने के नाम पर दरोगा हैदर अली रिश्वत मांग रहे थे. रिश्वत न देने पर जेसीबी जप्त कर देने की धमकी भी दे रहे थे. जिसके बाद पीड़ित आशुतोष यादव एंटी करप्शन टीम नीरज सिंह से मिले और दस हजार रुपए नहर पर देते ही दरोगा हैदर अली को टीम ने उठाया.

      भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम के निरक्षक नीरज सिंह ने बताया कि बरियार गांव निवासी आशुतोष यादव ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम वाराणसी को सूचना दिया कि वह तेजी बाजार थाने पर तैनात उप निरीक्षक हैदर अली को अपनी जेसीबी छुड़ाने के लिए 10 हजार रुपये घूस देगा. इस सूचना पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन वाराणसी से निरीक्षक नीरज सिंह के नेतृत्व में टीम मंगलवार को तेजी बाजार थाना क्षेत्र में आई और आशुतोष यादव द्वारा उप निरीक्षक हैदर अली को 10 हजार रुपये देते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है

     गिरफ्तार करने के पश्चात टीम द्वारा उप निरीक्षक को बदलापुर थाने पर लाया गया. जहां पर मुकदमा दर्ज कराकर उसे Varanasi ले जाया जायेगा. भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम पकड़े गए उप निरीक्षक को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट के समक्ष वाराणसी में पेश करेगी.

विदित हो कि इसके तीन वर्ष पहले यही उप निरीक्षक जिले के सुरेरी थाने पर तैनात रहा और वहां पर भी मुकदमे में चार्जशीट लगाने के नाम पर 10 हजार रुपये लेते गिरफ्तार हुए थे. काफी दिनों तक जेल में रहने के बाद जेल से छूटे.