हेमंत सोरेन ने मंगलवार शाम को विधायक दल की बैठक बुलाई. बैठक में सीएम की पत्नी कल्पना भी दिखीं. कल्पना जो अभी कोई विधायक तक नहीं हैं, उनका बैठक में मौज मौजूद होना कई सुगबुाहटों को जन्म दे रहा है. कारण, राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि अगर हेमंत सोरेन तीन घोटाले के आरोपों में गिरफ्तार होते हैं तो क्या पत्नी को सीएम बनाएंगे? हालांकि वह इन अटकलों पर विराम लगाते हुए इन्हें बीजेपी की गढ़ा ताना बाना बताया है.
सत्ता पाने के अच्छे दिनों की तलाश करते विपक्ष के बुरे दिन चल रहे हैं. बिहार में विपक्ष की चलती सरकार पलट गई तो वहीं ईडी दफ्तर में घंटों भ्रष्टाचार के आरोपों पर लालू परिवार को जवाब देना पड़ रहा है. वहीं चंडीगढ़ नगर निगम में बहुमत के बाद भी कांग्रेस-AAP गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा. बुरे दिन विपक्ष के झारखंड में भी नजर आ रहे हैं, जहां कथित तौर पर 41 घंटे तक लापता रहे मुख्यमंत्री सोरेने मंगलवार को रांची में मिले. वह अब बुधवार को घोटालों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के सामने पेश होने वाले हैं. उन्होंने ईडी को अपने आवास पर पूछताछ के लिए बुलाया है. अब ईडी का रुख ही झारखंड में अगला सियासी कदम तय करेगा.
दरअसल, ईडी सोमवार को दिल्ली में झारखंड के मुख्यमंत्री को उन्हीं के घर में खोजती रही. सुबह तक झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष ने हुलिया सोरेन का बताते हुए लापता सीएम की जानकारी देने पर 11 हजार के इनाम का ऐलान कर दिया. दोपहर तक राज्यपाल ने झारखंड के सीएम की लोकेशन पता करने के लिए डीजीपी, और चीफ सेक्रेटरी को बुला लिया. इस सबके बीच 27 जनवरी को चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली गए हेमंत सोरेन मंगलवार दोपहर 1.30 बजे कार से रांची के सीएम आवास लौटे दिखे. पत्रकारों ने पूछा कहां थे तो जवाब मिला आपके दिल में.
इस बीच सवाल उठ रहा है कि अगर गिरफ्तारी हुई तो क्या सोरेन अपनी पत्नी को कुर्सी दे देंगे? कुर्सी दे दी तो सहानुभूति पाएंगे या परिवारवाद के नए पेच में विपक्ष फंसेगा? क्या झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी किसी भी वक्त हो सकती है? क्या गिरफ्तारी से पहले ही सोरेन नए सीएम के तौर पर पत्नी कल्पना सोरेन के नाम का ऐलान करने वाले हैं?