हाथरस भगदड़ काण्ड में एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है. एसआईटी ने अपनी जांच के दौरान 100 से अधिक कर्मचारियों का बयान लिया है. अब इस रिपोर्ट के आधार पार आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.
हाथरस. हाथरस सत्संग भगदड़ कांड की जांच कर रही एसआईटी ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी. एडीजी आगरा व अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में चल रही जांच में डीएम-एसएसपी सहित 100 लोगों के बयान दर्ज हुए है. दो जुलाई की दोपहर हुए इस हादसे के बाद ही मुख्यमंत्री स्तर से एसआईटी जांच का आदेश जारी किया गया था. एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ व मंडलायुक्त चैत्रा वी को एसआईटी का जिम्मा देते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की गई थी.
एसआईटी का गठन हादसे के मूल कारण और लापरवाही व अनदेखियों को उजागर करना था. हालांकि यह रिपोर्ट बुधवार को ही देनी थी, मगर राहत व बचाव कार्य जारी रहने और मुख्यमंत्री के आने के कारण जांच पूरी नहीं हो सकी थी. अधिकारियों ने तीन दिन का समय मांग लिया. इस रिपोर्ट में घटनास्थल पर तैनात एक-एक पुलिस व अन्य सभी विभागों के कर्मचारी-अधिकारी, प्रारंभिक सूचना वाले कर्मी, एंबुलेंस कर्मी, डॉक्टर, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, किसान, चश्मदीद, घायल, तहसील व जिला स्तर के अधिकारी, डीएम-एसपी आदि तमाम लोगों के बयान शामिल हैं.
कहा जा रहा है कि अब इस रिपोर्ट के आधार पर बड़ा एक्शन देखने को मिल सकता है. रिपोर्ट में बयानों के आधार पर जिसकी भी लापरवाही मिलेगी उस पर गाज गिरनी तय है. हालांकि अधिकारी जांच रिपोर्ट को लेकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. लेकिन कहा जा रहा है कि नीचे से लेकर ऊपर तक जिसकी भी लापरवाही मिलेगी उसके खिलाफ कार्रवाई तय है.