Greenland: ग्रीनलैंड को लेकर अमेरिका और इस द्वीप के बीच विवाद गहराता जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ग्रीनलैंड को अमेरिका का हिस्सा बनाने पर अड़े हुए हैं. ट्रंप ने यहां तक कह दिया है कि जरूरत पड़ने पर वे सैन्य बल का इस्तेमाल करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. वहीं, अब अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान पर ग्रीनलैंड के पीएम ने भी पलटवार किया है और ट्रंप के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है.
ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री मुटे बौरुप एगेडे ने ट्रंप के संदेश को तवज्जो न देते हुए बुधवार को कहा कि ‘ग्रीनलैंड हमारा है’ और इसे खरीदा नहीं जा सकता. ट्रंप ने कहा था कि उनका प्रशासन आर्कटिक द्वीप के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करता है, लेकिन अमेरिका ‘किसी भी तरह से’ क्षेत्र का अधिग्रहण करेगा.
आइलैंड के पीएम ने ट्रंप को दिया ये जवाब
एगेडे ने कहा कि आइलैंड के नागरिक न तो अमेरिकी हैं और न ही डेनिश के हैं. वे ग्रीनलैंडिक हैं. उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक पर ग्रीनलैंडिक और डेनिश भाषा में एक पोस्ट में लिखा कि अमेरिका को इस बात को समझने की जरूरत है. उन्होंने लिखा कि ग्रीनलैंड का फ्यूचर उसके खुद के लोग तय करेंगे. उनका यह पोस्ट मंगलवार को संसदीय चुनाव के लिए द्वीपवासियों के वोटिंग करने से एक सप्ताह पहले ट्रंप द्वारा ग्रीनलैंडवासियों से की गई अपील के बाद आया.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, ‘हम अपना भविष्य निर्धारित करने के आपके अधिकार का पुरजोर समर्थन करते हैं और अगर आप चुनते हैं, तो हम अमेरिका में आपका स्वागत करते हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम आपको सुरक्षित रखेंगे. हम आपको अमीर बनाएंगे. और हम सब मिलकर ग्रीनलैंड को उन ऊंचाइयों तक ले जाएंगे जैसा आपने पहले कभी नहीं सोचा होगा.
अमेरिका के लिए ये आईलैंड कितना अहम?
ट्रंप ने लंबे वक्त से अमेरिका के सहयोगी रहे डेनमार्क से ग्रीनलैंड हासिल करने की अपनी इच्छा का जिक्र किया और कहा कि उनका प्रशासन ‘इसे हासिल करने की कोशिश में शामिल सभी लोगों के साथ मिलकर काम कर रहा है.’ ट्रंप मानना है कि यह रणनीतिक रूप से बेहद अहम है और अमेरिका की सुरक्षा और आर्थिक हितों के लिए फायदेमंद साबित होगा. उन्होंने कहा, ‘इंटरनेशनल वर्ल्ड सिक्योरिटी के लिए हमें वास्तव में इसकी जरूरत है. और मुझे लगता है कि हम इसे हासिल करने जा रहे हैं. किसी न किसी तरह, हम इसे हासिल करने जा रहे हैं.’
अमेरिका इस आईलैंड पर क्यों करना चाहता है कब्जा?
ग्रीनलैंड एक विशाल और मिनरल-रिच आईलैंड द्वीप है. यह डेनमार्क का अर्द्ध-स्वायत्त क्षेत्र है और इसके अनेक लोग इस पर कब्ज़ा करने की ट्रंप की धमकियों से चिंतित हैं. ट्रंप की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन ने बुधवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ग्रीनलैंडवासी अमेरिका का हिस्सा बनने के लिए डेनमार्क से अलग होना चाहते हैं. ( एजेंसी इनपुट के साथ )