बीते 17 वर्ष में यूपी में जितना FDI आया, उसका चार गुना सिर्फ पिछले 4 साल में आया: CMयोगी

   केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सीएम योगी ने सात-आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश का चित्र बदला, यहां की दिशा और दशा भी बदली।

उत्तर प्रदेश में बीते चार सालों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में चार गुना की वृद्धि हुयी है और देश में पहली बार यहां एफडीआई नीति लायी गयी है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मंगलवार को राजधानी लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश-निवेश प्रदेश के तहत आयोजित एफडीआई कॉन्क्लेव ‘यूपी-इमर्जिंग डेस्टिनेशन फॉर फॉरेन इन्वेस्टमेंट इन इंडिया’ को संबोधित करते हुए कहा कि 17 वर्ष में जितना FDI आया, उसका चार गुना सिर्फ चार वर्षों में यूपी में आया है।

उन्होंने कहा कि सैमसंग, माइक्रोसॉफ्ट, एलजी, पेप्सिको, नायरा एनर्जी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, हायर, आइकिया समेत 14 फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियां यूपी में सफलतापूर्वक बिजनेस बढ़ाने का काम कर रही हैं। यूपी ने जब जीआईएस 2023 का आयोजन किया था तो 400 बिलियन यूएस डॉलर के निवेश प्रस्ताव यूपी के एफडीआई के ड्रीम डेस्टिनेशन के रूप में उभरने के नए संकेत थे।

‘यूपी फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियों के लिए नया ड्रीम डेस्टिनेशन बनकर उभरा’

मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में एफडीआई पॉलिसी बनाई गई है। इसके तहत लैंड- कैपिटल सब्सिडी, स्टांप व रजिस्ट्रेशन, इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में छूट दी है। यूपी फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियों के लिए नया ड्रीम डेस्टिनेशन बनकर उभरा है। उन्होंने ने देश-दुनिया के निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा कि सुरक्षित निवेश करें और यूपी की सुविधाओं का लाभ भी उठाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगल विंडो पोर्टल ‘निवेश मित्र’ उद्यमियों के लिए काम कर रहा है। एमओयू मॉनिटरिंग के लिए ‘निवेश सारथी’ पोर्टल निवेशकों की सेवा के लिए कार्य कर रहा है। यूपी में निवेशकों के लिए इंसेंटिव मॉनीटरिंग सिस्टम प्रभावी ढंग से कार्य कर रहा है। तकनीक का उपयोग करते हुए निवेशकों की समस्या के समाधान के लिए इसे और भी अच्छा बनाने का प्रयास किया गया है।

सीएम योगी ने सात-आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश का चित्र बदला: पीयूष गोयल

इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सीएम योगी ने सात-आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश का चित्र बदला, यहां की दिशा और दशा भी बदली।

उन्होंने कहा कि कोई भी निवेशक जब निवेश करने का निर्णय लेता है तो उसके सामने सबसे बड़ी शर्त होती है विश्वास। निवेशक तभी आता है जब उसे नेतृत्व, व्यवस्था और भविष्य पर विश्वास हो। जब यह तीनों विश्वास निवेशक को मिलते हैं तो वह प्रदेश में आने को तैयार होता है। गोयल ने कहा कि 2017 के पहले यहां की कानून व्यवस्था से भलीभांति सभी अवगत हैं। पहले भेदभाव की राजनीति थी, व्यवस्था चरमरा रही थीं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था कमजोर थी, जिसके कारण नया निवेश, नया उद्योग न के बराबर थे। चीनी मिलें बंद पड़ी थीं। किसानों की हालत बहुत कमजोर हो गई थी। इंफ्रास्ट्रक्चर में वृद्धि नहीं हो रही थी। रेलवे प्रोजेक्ट ठप पड़े थे। इनलैंड वाटर, मल्टीलेवल ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी, एयरपोर्ट आदि व्यवस्था कमजोर स्थिति में थीं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2014 में मोदी ने देश व 2017 में योगी ने उप्र की कमान संभाली। उसके बाद के रिफॉर्म हुए। उत्तर प्रदेश ने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को रुकने नहीं दिया। परिस्थितियों व चुनौती को उन्होंने अवसर में बदला। यूपी में आज छह एक्सप्रेस वे कोने-कोने को कनेक्ट करते हैं। प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई हुई। नवीकरणीय ऊर्जा से प्रदेश को पर्याप्त बिजली पहुंचाई गई। इन्क्लूसिव व सस्टेनेबल ग्रोथ की तरफ यूपी ने बड़े कदम उठाए हैं। उसी के कारण देश-विदेश के निवेशक यूपी में बड़े रूप में अपना कामकाज बढ़ाने आ रहे हैं।