यूटिलिटी वाहनों का निर्यात मई में 50.5% बढ़ा, दोपहिया वाहनों के निर्यात में 20% का इजाफा

यूटिलिटी वाहनों का निर्यात मई में 50.5 प्रतिशत बढ़ा है जबकि घरेलू थोक बिक्री और उत्पादन में क्रम से 17.6 प्रतिशत और 26.9 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।

भारत ने मई में 24,490 यूटिलिटी वाहनों का निर्यात किया जो पिछले साल मई में किए गए 16,274 निर्यात की तुलना में 50.5 प्रतिशत अधिक है। घरेलू यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 17.6 प्रतिशत बढ़कर 1,82,883 हो गई जबकि उत्पादन 26.9 प्रतिशत बढ़कर 2,13,462 हो गया।

आंकड़ों से पता चलता है कि इस निर्यात वृद्धि में ह्युंडै मोटर इंडिया लिमिटेड, होंडा कार्स इंडिया और फोक्सवगैन इंडिया जैसी कंपनियां आगे रहीं। ह्युंडै ने मई में 14,400 यात्री वाहनों का निर्यात किया जो मई 2023 के मुकाबले 31 प्रतिशत अधिक रहा।

यात्री वाहनों में कारों के साथ-साथ उपयोगिता वाहन भी शामिल हैं। एक कंपनी के अधिकारी ने कहा कि सेमीकंडक्टर चिप की कमी के कारण पिछले साल मई में निर्यात प्रभावित हुआ था और इसलिए कम आधार के असर की वजह से मई 2024 में निर्यात में बढ़ावा दिखा है।

ह्युंडै मोटर इंडिया लिमिटेड ह्युंडै मोटर कॉरपोरेशन के वैश्विक निर्यात केंद्र का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका निर्यात अफ्रीका, पश्चिमी एशिया तथा बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और श्रीलंका जैसे अन्य देशों में फैला हुआ है। इस बीच होंडा कार्स का निर्यात मई में 11 गुना तक बढ़कर 6,521 वाहन हो गया जो मई 2023 में मात्र 587 था। फोक्सवैगन इंडिया ने भी मई में यात्री वाहन निर्यात में वृद्धि दर्ज की जो पिछले साल इसी महीने के 3,222 निर्यात से बढ़कर 5,839 हो गया।

यूरोप की दिग्गज कार कंपनी स्कोडा ऑटो फोक्सवगैन इंडिया ने मई के आखिर में ऐलान किया था कि साल 2009 में पुणे के अपने चाकण संयंत्र में परिचालन शुरू करने के बाद से वह इस संयंत्र में 15 लाख से ज्यादा वाहनों का निर्माण कर चुकी है। इनमें फोक्सवगैन और स्कोडा के स्कोडा कुशाक, स्लाविया, फोक्सवैगन टाइगन जैसे मॉडल शामिल हैं।

स्कोडा-फोक्सवगैन समूह भारत के अपने कार उत्पादन का 30 प्रतिशत से अधिक का निर्यात 40 वैश्विक बाजारों में करता है। स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी पीयूष अरोड़ा ने हाल में कहा था कि चूंकि वे भारत में अपनी विस्तार योजना की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं, इसलिए उनका लक्ष्य वाहन विनिर्माण के मामले में वैश्विक केंद्र के रूप में भारत का स्तर ऊपर उठाना है।

हालांकि यूटिलिटी वाहन निर्यात में इजाफा हुआ लेकिन यात्री कारों के निर्यात में 19.6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। मई में यात्री कार बिक्री भी 11.1 प्रतिशत तक घट गई और उत्पादन 13 प्रतिशत गिर गया। मई में कुल घरेलू यात्री वाहनों की थोक बिक्री में 4.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि खुदरा बिक्री में लगभग एक प्रतिशत तक की गिरावट आई।

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स, मारुति सुजूकी इंडिया, फोक्सवैगन इंडिया और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा जैसी कंपनियों ने मई में उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।

मई में दोपहिया वाहनों का निर्यात भी 20.2 प्रतिशत बढ़कर 3,12,418 हो गया। इसमें से स्कूटर का निर्यात 25 प्रतिशत बढ़कर 50,844 और मोटरसाइकल निर्यात 19.2 प्रतिशत बढ़कर 2,61,310 हो गया।