सूचना प्रौद्योगिकी सेवा क्षेत्र की कंपनी ने पिछले साल AI360 पेश किया था जो तीन वर्षों के दौरान एक अरब डॉलर के निवेश के बल पर बनाया जाने वाला एआई-फर्स्ट का परिवेश तंत्र है।
दुनिया तकनीकी बदलाव की दहलीज पर है। उद्योगों में ग्राहक अपने कारोबारों को नया रूप देने के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करना चाहते हैं। विप्रो (Wipro) के मुख्य कार्य अधिकारी और प्रबंध निदेशक श्रीनि पल्लिया ने कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट 2023-24 में यह जानकारी दी है।
सूचना प्रौद्योगिकी सेवा क्षेत्र की कंपनी ने पिछले साल AI360 पेश किया था जो तीन वर्षों के दौरान एक अरब डॉलर के निवेश के बल पर बनाया जाने वाला एआई-फर्स्ट का परिवेश तंत्र है।
पल्लिया ने जनरेटिव आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का उल्लेख करते हुए शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी रणनीति हमारे ग्राहकों और हमारे लिए बड़े कारोबारी मूल्य का मार्ग प्रशस्त कर रही है। अब तक हम 2,25,000 से ज्यादा सहयागियों को जेनएआई की बेसिक बातों और 30,000 से ज्यादा सहयोगियों को भूमिकाओं और व्यक्तित्वों के आधार पर एआई के ज्यादा उन्नत स्तरों में प्रशिक्षित कर चुके हैं।
उन्होंने कहा ‘हमारे पास एआई के 470 पेटेंट भी हैं और हमारा लैब45 एआई प्लेटफॉर्म इस्तेमाल के लिए तैयार है। हमने अपनी एआई यात्रा में अपने और ग्राहकों दोनों के लिए ही अनुपालन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दमदार सुरक्षा उपाय स्थापित किए हैं।’
उन्होंने कहा ‘परामर्श आधारित हमारा दृष्टिकोण ग्राहकों को एआई से मूल्य का मौका हासिल करने में सक्षम बनाता है। इससे वे अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।’
विप्रो एआई आधारित उद्योग समाधान प्रदान करने को भागीदारों के साथ सहयोग कर रही है। इसका उद्देश्य ग्राहकों की सेवा में विस्तार और उसमें तेजी लाना, मरीज देखभाल की गुणवत्ता बढ़ाना, बिक्री की कारगरता के लिए सामग्री को पसंद अनुसार बनाना, फैक्ट्री परिचालन की दक्षता, पोर्टफोलियो रणनीतियों की सिफारिश, विवेकपूर्ण फैसले लेने में सक्षम बनाना तथा गहनता के साथ विसंगति और धोखाधड़ी का गहन पता लगाना है।