लखनऊ । धर्म संस्कृति संगम संस्था के प्रदेश अध्यक्ष (पूर्वी उत्तर प्रदेश )अरूण कुमार बौद्ध पत्रकारो से वार्ता कर बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष इन्द्रेश कुमार (राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ)संरक्षक- धर्म संस्कृति संगम के आवाहन पर, बौद्ध कुम्भ यात्रा के तत्वावधान में दि 4से 7फ़रवरी तकफरवरी को कुम्भ क्षेत्र प्रयागराज में तीन दिवसीय बौद्ध भिक्षु सम्मेलन व कुंभ स्नान, क्षेत्र भ्रमण दर्शन का आयोजन किया गया है।
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राजेश लांबा राष्ट्रीय महासचिव धर्म संस्कृति संगम के कुशल निर्देश एवं अरुण कुमार बौद्ध (अध्यक्ष पूर्वी उत्तर प्रदेश)के कुशल नेतृत्व में धर्म संस्कृति संगम, में इस तीन दिवसीय प्रवासीय आध्यात्मिक कार्यक्रम में अखिल भारतीय भिक्षुओं व विद्वानों का समागम हो रहा है। इस महान पुण्यमय विशाल धार्मिक महोत्सव में त्रिवेणी संगम के आध्यात्मिक लाभ के साथ, समन्वयात्मक धार्मिक विमर्श, बुद्ध धर्म व वैदिक हिन्दू धर्म के समागम से राष्ट्रीय एकता, सोहार्द व समरसता का आधार सुनिश्चित किया जाएगा।
इस बौद्ध महाकुंभ यात्रा का मुख्य उद्देश्य सनातन से निकले हुए सभी धर्मों का सनातन के साथ समन्वय स्थापित करना है ।उत्तर प्रदेश सहित राष्ट्रीय स्तर पर अलग अलग स्थानों के बौद्ध मिक्षु धर्म संस्कृति संगम के बैनर तले महाकुंभ में स्नान करने तीन दिवसीय भ्रमण दर्शन करने के लिए इकट्ठा हो रहे है ।पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अरुण कुमार बौद्ध ने कहा कि भारत के अतिरिक्त अन्य देशों जिसमें म्यांमार ,जापान,श्रीलंका,वियतनाम से भी बौद्ध भिक्षुओं ,तिब्बती लामा इस संगम में तीन दिन के प्रवास पर रहेंगे।
इस यात्रा का मूल उद्देश्य आपसी समन्वय को बढ़ावा देना है । उत्तर प्रदेश से कुल 27 बसों में तथा कुछ छोटे वाहनो से बौद्ध भिक्षु संगम में पदार्पण करेंगे ।इसमें बलिया ,कुशीनगर,श्रावस्ती ,,सीतापुर,लखीमपुर ,मऊ ,उन्नाव,कानपुर ,लखनऊ वाराणसी,बिहार के बोधगया के साथ सिक्किम से भी बौद्ध भिक्षु इस यात्रा में शामिल हो रहे है ।