अमरनाथ यात्रा: 30 हजार से ज्यादा तीर्थ यात्रियों ने किए दर्शन, कुल संख्या एक लाख के पार

   इस साल गुफा मंदिर में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़कर अब 1,05,282 हो गई है। 21,893 पुरुष तीर्थयात्री, 5,858 महिला तीर्थयात्री, 394 साधु और एक साध्वी ने गुफा में बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन किए।

Amarnath Yatra :दक्षिण कश्मीर हिमालय स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर में बुधवार को 30,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। इसी के साथ, 52 दिन की वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या बढ़कर एक लाख से अधिक हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अमरनाथ यात्रा शनिवार को दो मार्गों से शुरू हुई – अनंतनाग में 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग और गंदेरबल में 14 किमी छोटा लेकिन अधिक ढलान वाला बालटाल मार्ग।

    एक अधिकारी ने बताया, ‘‘बुधवार को कुल 30,586 तीर्थयात्रियों ने यात्रा की और वार्षिक यात्रा के पांचवें दिन बाबा बर्फानी के दर्शन किए।’’ अधिकारियों के अनुसार, इसके साथ ही इस साल गुफा मंदिर में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़कर अब 1,05,282 हो गई है। उन्होंने बताया कि 21,893 पुरुष तीर्थयात्री, 5,858 महिला तीर्थयात्री, 394 साधु और एक साध्वी ने गुफा में बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन किए। इसके अलावा 1,991 सुरक्षाकर्मी, चार ट्रांसजेंडर और 445 बच्चों ने भी तीर्थयात्रा की। तीर्थयात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी। पिछले वर्ष 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर में दर्शन किए थे।

5,700 से अधिक श्रद्धालुओं का जत्था रवाना

अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 5,700 से अधिक तीर्थयात्रियों का नया जत्था बुधवार को जम्मू से रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि बालटाल और पहलगाम आधार शिविर के लिए तड़के तीन बजकर पांच मिनट पर 256 वाहनों में 5,725 तीर्थयात्रियों का छठा जत्था रवाना हुआ। उन्होंने बताया कि 3,211 तीर्थयात्रियों ने पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग और 2,514 तीर्थयात्रियों ने छोटे लेकिन दुर्गम चढ़ाई वाले 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से यात्रा करने का विकल्प चुना है।

29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 28 जून को पहले जत्थे को रवाना किया था और तब से कुल 31,826 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं। यह 52 दिवसीय तीर्थयात्रा 29 जून को शुरू हुई और 19 अगस्त को समाप्त होगी। पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने हिम शिवलिंग के दर्शन किए थे। अधिकारियों ने बताया कि सभी व्यवस्थाओं, मौसम परिस्थितियों और गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र में एक निगरानी प्रणाली स्थापित की गयी है जहां विभिन्न विभागों के 50 से अधिक अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सहायता के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।

बता दें कि इस तीर्थयात्रा के पहले दिन शनिवार (30 जून) को 13,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन किए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमरनाथ यात्रा आरंभ होने पर तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा था कि कि बाबा बर्फानी के दर्शन कर शिवभक्तों में असीम ऊर्जा का संचार होता है। प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पवित्र अमरनाथ यात्रा आरंभ होने पर सभी तीर्थयात्रियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। बाबा बर्फानी के दर्शन और वंदन से जुड़ी यह यात्रा शिवभक्तों में असीम ऊर्जा का संचार करने वाली होती है। उनकी कृपा से सभी श्रद्धालुओं का कल्याण हो, यही कामना है। जय बाबा बर्फानी। (भाषा)