अटाला मस्जिद में जुमे की नमाज में दस प्रतिशत अधिक जुटे मुस्लिम, सुरक्षा के विशेष इंतजाम

 अटाला मस्जिद में शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुमा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा किए जाने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। इस बार जुमा की नमाज अदा करने को लगभग दस प्रतिशत अधिक मुसलमान पहुंचे थे।

     इस मस्जिद के अटला देवी मंदिर होने का दावा करते हुए दीवानी न्यायालय में दायर याचिका में सर्वे के लिए अमीन को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने का आग्रह किया गया है। इसे देखते हुए वैसे तो बुधवार से ही अटाला मस्जिद इलाके में सुरक्षा प्रबंध बढ़ाए जा चुके थे। 

जुमा की नमाज को देखते हुए एहतियात के तौर पर शुक्रवार की सुबह से ही पुलिस कर्मियों की संख्या और बढ़ा दी गई। नमाज के शुरू होने से आधा घंटे पूर्व प्रशिक्षु आइपीएस सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष श्रीवास्तव व शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश कुमार मिश्र ने पहुंचकर शांति व्यवस्था की संभाल ली।

     मस्जिद के तीन गेटों में से दो पूर्वी मेन गेट व उत्तरी गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मी नमाज अदा करने के लिए आने वालों पर पैनी नजर गड़ाए रहे। दक्षिणी तरफ का गेट जीर्णोद्धार के कारण महीनों से बंद पड़ा है। एक बजे शुरू हुई नमाज 1.15 बजे समाप्त हो गई। इस दौरान स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआइयू) कर्मी भी नागरिक वेश में पूरी तरह सतर्क दिखे।
इस मस्जिद में हर शुक्रवार को लगभग शहर के सुन्नी वर्ग के लगभग 10 हजार मुसलमान सामूहिक रूप से जुमा की नमाज अदा करते हैं। इस बार इनकी संख्या 11 हजार से अधिक रही। अदालती विवाद के चलते किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट मोड में दिखा। नमाज अदा करने के बाद नमाजियों के शांतिपूर्ण ढंग से घर चले जाने पर प्रशासन ने चैन की सांस ली।