पीयू का साउदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी रूस से एमओयू,शिक्षण-प्रशिक्षण, शोध कार्य में दोनों संस्थाएं करेंगी एक दूसरे की मदद 

शिक्षकों, विद्यार्थियों के विकास संवर्धन के कार्यक्रमों होंगे आयोजित
डॉ. सुधीर ने रूस में अकादमी यात्रा के दौरान रखी आधारशिला
जौनपुर। साउदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी रास्ता वंदन रूस से वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय का एमओयू हस्ताक्षर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो वंदना सिंह के नेतृत्व में गुरुवार को हुआ।
    इस एमओयू का उद्देश्य विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं कार्यरत शिक्षकों के लिए गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सामग्रियों को विकसित करने, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध गतिविधियों में परस्पर सहयोग के साथ ही साथ  दोनों संस्थाओं के शिक्षकों एवं वैज्ञानिकों का एक दूसरे के यहां विभिन्न शैक्षणिक एवं शोध गतिविधियों के क्रियान्वयन हेतु आना-जाना सम्मिलित है ।
      इस एमओयू के माध्यम से दोनों संस्थाओं के विद्यार्थियों, वैज्ञानिकों एवं शिक्षकों के द्वारा उच्च गुणवत्ता के शोध क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों से युक्त विभिन्न विषयों पर शिक्षण-प्रशिक्षण, शोध कार्य एवं प्रकाशन करने हेतु भी यह एमओयू किया गया है ।
       इसके अतिरिक्त दोनों संस्थान विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं शिक्षकों हेतु परस्पर सहयोग से विभिन्न विषयों पर ऑनलाइन/ऑफलाइन संगोष्ठियों, कार्यशालाएं, शिक्षकों और छात्र विकास संवर्धन से संबंधित कार्यक्रमों को आयोजित करने के साथ ही साथ दोनों संस्थाओं के विद्यार्थियों हेतु संयुक्त प्रमाणपत्र/डिप्लोमा पाठयक्रमों को भी संचालित करेंगे। दोनों संस्थाओं के मध्य हुए इस एमओयू में विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ. सुधीर कुमार उपाध्याय ने अहम भूमिका निभाई।
      अभी हाल ही में डॉ. उपाध्याय रूस की यात्रा पर गए थे । यात्रा के दौरान ही उन्होंने इस समझौते की आधारशिला रखी थी । आज हुए इस एमओयू हस्ताक्षर के ऑनलाइन कार्यक्रम में पीयू  के डीन फैकेल्टी ऑफ साइंस प्रो. राजेश शर्मा, एमओयू के नोडल अधिकारी डॉ मनोज कुमार पाण्डेय एवं रूस के तरफ से साउदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी से प्रो तटियाना मिंकनीना ,  प्रो विष्णु राजपूत, एवं प्रो सकलारा इत्यादि लोगों ने ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर एमओयू के समझौते को अंजाम दिया।  कुलपति प्रो सिंह ने इस अंतर्राष्ट्रीय समझौते का स्वागत किया और साथ ही यह कहा कि हमारा विश्वविद्यालय इस अन्तर्राष्ट्रीय  समझौते के साथ-साथ उच्च स्तर के रिसर्च और उससे जुड़ी गतिविधियों से आगे बढ़ रहा है। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सुधीर उपाध्याय ने किया।