लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में यूपी से 23 अपराधी मैदान में

उत्तर प्रदेश लखनऊ:  लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में यूपी से 23 अपराधी मैदान में, रामपुर में तो 6 में से 5 पर मुकदमे!*
लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 सात चरणों में है. उत्तर प्रदेश में सभी सात चरण में मतदान होगा. पहले चरण के लिए यूपी की 8 लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसमें सहारनपुर, मुरादाबाद, कैराना, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, नगीना, रामपुर और पीलीभीत सीट हैं. आईए जानते हैं कि इन आठ सीटों पर कितने उम्मीदवार मैदान में हैं और इसमें कितने दागदार व कितने साफ हैं?
यूपी में जिन आठ लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है, वहां कुल 80 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें सबसे अधिक नगीना सीट पर 14 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा मुरादाबाद में 12, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में 11-11, पीलीभीत और सहारनपुर में 10-10 व नगीना और रामपुर में 6-6 प्रत्याशी मैदान में हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 में कितने अपराधी लड़े थे चुनाव: वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में लड़ने वाले कुल 958 प्रत्याशियों में 220 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे. इसमें माफिया अतीक अहमद जैसे कुछ ऐसे प्रत्याशी थे जो इस बार चुनावी मैदान में नहीं दिखेंगे. फिर भी पहले चरण के प्रत्यासियों को देखने के बाद यह जरूर है कि मुकदमों से लदे प्रत्याशियों की संख्या इस बार भी कम नहीं होगी.
पहले चरण में किस सीट पर कितने अपराधी प्रत्याशी: पहले चरण में जिन लोकसभा सीटों पर मतदान होना है, उनमें सबसे अधिक रामपुर में प्रत्याशियों के ऊपर मुकदमे दर्ज हैं. यहां 6 प्रत्याशियों में 5 के ऊपर मुकदमे दर्ज हैं. इसके बाद मुजफ्फरनगर व पीलीभीत में 4-4 प्रत्याशियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं. बिजनौर में 3, मुरादाबाद में 3, सहारनपुर में 2, नगीना में एक और कैराना में एक प्रत्याशी के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं.
रामपुर में सबसे ज्यादा अपराधी प्रत्याशी: रामपुर में सपा के महोबबुल्लाह के खिलाफ अवैध कब्जा करने का एक केस, बसपा के उम्मीदवार जिशान खान के खिलाफ गैंबलिंग एक्ट (जुआ अधिनियम), माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी के अरशद वारसी के खिलाफ 6 और निर्दलीय प्रत्याशी शिव प्रसाद के खिलाफ बलवा करने का एक मुकदमा दर्ज है. जबकि बीजेपी के घनश्याम लोधी एक मात्र प्रत्याशी हैं जिनके खिलाफ एक भी केस नहीं दर्ज है.
सहारनपुर और पीलीभीत में कितने अपराधी प्रत्याशी: सहारनपुर में बसपा के मजीद अली के खिलाफ 4 केस दर्ज हैं, जिसमें धोखाधड़ी का मामला भी शामिल है. वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी इमरान मसूद के खिलाफ 7 केस दर्ज हैं. इसमें ईडी का केस भी शामिल है. पीलीभीत में सपा के भगवंत शरण गंगवार के खिलाफ दो और निर्दलीय प्रत्याशी आदर्श पांडे के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज है.
बिजनौर और मुजफ्फरनगर में कितने अपराधी प्रत्याशी: बिजनौर में आरएलडी प्रत्याशी चंदन चौहान के खिलाफ 3, जय समता पार्टी के अब्दुल बारी के खिलाफ 1 और निर्दलीय जाहिर के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं. मुजफ्फरनगर में बसपा के दारा सिंह प्रजापति के खिलाफ 3 मुकदमे दर्ज हैं, ये सभी धरना देने पर दर्ज किए गए हैं. वहीं बीजेपी के संजीव सिंह बालियान के खिलाफ 2, सपा के हरेंद्र मालिक पर 1 और जय समता पार्टी के प्रत्याशी नील कुमार के खिलाफ एक केस दर्ज हैं.
     मुरादाबाद में बीजेपी के कुंवर सर्वेश कुमार के खिलाफ 2 केस दर्ज हैं, इसमें धोखाधड़ी का भी मामला शामिल है. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी अमरजीत सिंह और जमशेद के खिलाफ एक एक केस दर्ज है. नगीना सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी संजीव कुमार के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं. कैराना में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी जाहिद के खिलाफ एक केस दर्ज है.
     वोटर आईडी कार्ड नहीं तो भी कर सकते हैं मतदान: 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए मतदान होना है, ऐसे में यदि आपके पास वोटर आईडी कार्ड नहीं है, तो आप परेशान बिलकुल न हों. आप बिना वोटर आईडी कार्ड के भी मतदान कर सकते हैं. चुनाव आयोग ने वोटर आईडी कार्ड के बिना भी वोट डालने का विकल्प दिया है, इसके लिए बस आपके पास चुनाव आयोग की तरफ से निर्धारित 12 तरह के दस्तावेजों में से किसी एक का होना जरूरी है.
      इसमें पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आधार कार्ड, पेंशन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, स्टेट ऑफिस और बैंक द्वारा जारी की गई पासबुक की मदद से मतदान किया जा सकता है. यदि आपके पास लेबर मिनिस्ट्री का हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड, NPR द्वारा जारी किया गया स्मार्ट कार्ड, विधायक या सांसद की तरफ से जारी आधिकारिक पहचान पत्र हो तो भी आप वोट कर सकते हैं!