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बार-बार क्यों फड़कती हैं मांसपेशियां? जानिये, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे गलती…..?

अधिकांश मामलों में मांसपेशियों की ऐंठन सामान्य, अस्थायी और बिना किसी गंभीर कारण के होती है। तनाव, पानी की कमी, पोषण की कमी और ज्यादा कैफीन इसके प्रमुख कारण होते हैं। अगर ये बार-बार होती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

       मांसपेशियों में ऐंठन (Muscle Twitching) को मांसपेशियों का फड़कना भी कहा जाता है। आपने कई बार नोटिस किया होगा कि मांसपेशियों में अचानक एक हलचल होती है, जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। कभी-कभी ऐसा होना सामान्य है लेकिन अगर यह बार-बार या लगातार होती है, तो यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।

      ​मांसपेशियों में ऐंठन के कई लक्षण हैं जिनमें मांसपेशियों में कमजोरी या संतुलन खोना, झनझनाहट या सुन्नपन महसूस होना, लगातार मांसपेशियों में खिंचाव या कठोरता, बोलने, निगलने या सांस लेने में कठिनाई, ऐंठन का कई मांसपेशी समूहों में फैलना. इन लक्षणों पर नजर रखना जरूरी है। मांसपेशियों का फड़कना शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है लेकिन सबसे ज्यादा पलकों, बाजुओं, पैरों, उंगलियों और पैरों के तलवों में महसूस होता है।

ख़ुशी वर्मा

    ऐसा होने आर दर्द नहीं होता है लेकिन बार-बार होने पर कोई भी परेशान हो सकता है। कभी-कभी यह समस्या तंत्रिका तंत्र यानी नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्या का संकेत भी हो सकता है।न्यूरो हॉस्पिटल में कार्यरत न्यूरो काउंसिलर  ख़ुशी वर्मा आपको बता रही हैं कि यह समस्या क्यों होती है और आप खुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।कैफीन आदि का ज्यादा सेवन

      सुश्री वर्मा के अनुसार, ज्यादा चाय, कॉफी, निकोटीन या अन्य ऐसे ही पदार्थों का अधिक सेवन करने से तंत्रिका तंत्र को अधिक उत्तेजित हो सकता है, जिससे ऐंठन बढ़ सकती है। इन पदार्थों की खपत कम करने से लक्षण कम हो सकते हैं।

तनाव और चिंता

अत्यधिक तनाव या चिंता से नर्वस सिस्टम ज्यादा सक्रिय हो जाता है, जिससे मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है। यह अक्सर पलकों या चेहरे में अधिक महसूस होता है।

मांसपेशियों में ऐंठन का कारण​

 

    पानी की कमी

मांसपेशियों के सही ढंग से काम करने के लिए पोटैशियम, कैल्शियम, सोडियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स की जरूरत होती है। पानी की कमी या मिनरल्स की गड़बड़ी से ऐंठन और मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है।

नींद की कमी

     पर्याप्त नींद नहीं लेने से तंत्रिका तंत्र असंतुलित हो सकता है, जिससे मांसपेशियों में झटके या ऐंठन हो सकती है। इसके अलावा ज्यादा कसरत या बार-बार एक ही मांसपेशी का इस्तेमाल करने से मांसपेशियां थक जाती हैं और उनमें ऐंठन होने लगती है। इनके अलावा अगर शरीर में मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटैशियम और विटामिन B की कमी हो, तो मांसपेशियों में ऐंठन की संभावना बढ़ जाती है।

मांसपेशियों की ऐंठन को रोकने और ठीक करने के उपाय

     रोजाना फिजिकल एक्टिविटी करें, रोजाना कम से कम 30 मिनट पैदल चलें दिन में कम से कम तीन लीटर पानी पिएंकैफीन, चाय, एनर्जी ड्रिंक्स और निकोटीन का सेवन सीमित करें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

(लेखिका एक निजी अस्पताल में न्यूरो काउंसिलर तथा राष्ट्रवादी विचारधारा की है )

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