दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में बड़ा हादसा हुआ है। मुरादनगर के श्मशान घाट परिसर में गैलरी की छत गिर गई। हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 21 लोग घायल हैं। घायलों को मलबे से निकालकर विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद जिले के मुरादनगर स्थित श्मशान घाट में पिलरों पर लिंटर पड़ा था। बारिश में लिंटर अचानक गिर गया। जिसके नीचे 40 से ज्यादा लोग दब गए। दर्दनाक हादसे में 19 लोगों की मौत की हो गई है।
मृतकों में 18 की हुई पहचान-
जयवीर (50), सुधाकर चौधरी (46), सुरेश जुनेजा (60), सुनिल कुमार, अक्षय (22), विनोद कुमार (50), सुनील (35), दिलीप बत्रा (62), ओमप्रकाश (60), विजय सोनी (23), दिग्विजय सोनी, प्रमोद कुमार (35), नितिन (40), राजीव (40), रोबिन (35), नैपाल (54), दिनेश, अरविंद (35), और एक अज्ञात है।
मंडलायुक्त-आईजी पहुंचे घटनास्थल पर
अंतिम संस्कार के दौरान हुए हादसे की गूंज लखनऊ तक पहुंची। शासन ने मंडलायुक्त-आईजी समेत डीएम-एसएसपी मौके पर पहुंचे। उन्होंने राहत और बचाव कार्य कराया। वहीं, हादसे के कारणों की भी पड़ताल शुरू कर दी गई। शासन ने देर रात तक इस हादसे की रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि श्मशान घाट में क्षतिग्रस्त लिंटर का निर्माण गत अक्तूबर में ही पूरा हुआ था। प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है। मौके पर जमा भीड़ भ्रष्टाचार का आरोप लगा कर जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने की मांग कर रही है।
आपको बता दें कि हादसे का शिकार हुए सभी लोग मुरादनगर के डिफेंस कॉलोनी निवासी फल विक्रेता जयराम (उम्र करीब-65) की अंत्येष्टि में आए थे। ये सभी लोग अंत्येष्टि के बाद गेट से सटी गैलरी में मौन धारण करने के लिए जमा हुए थे।
इसी दौरान ये हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि ढाई माह पहले गैलरी का निर्माण कराया गया था। आरोप है कि सरिया को छोड़ निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। गैलरी ढहते ही निर्माण सामग्री चूरे में तब्दील हो गई।
वहीं, गाजियाबाद में श्मशान घाट में परिसर की छत गिरने से दबे लोगों को निकालने के लिए राज्य आपदा मोचन बलवीर दल मुरादाबाद की टीम सूचना मिलते ही रवाना हो गई। उप निरीक्षक आशुतोष पांडे इस टीम की अगुवाई कर रहे हैं। टीम में 20 लोग शामिल हैं।