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शपथ से पहले ट्रंप का ‘ऑपरेशन ईरान’………

डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ 20 जनवरी को लेंगे लेकिन उन्होंने ऑपरेशन ईरान अभी से शुरू कर दिया है और इसकी जिम्मेदारी अपने सबसे करीबी एलन मस्क को सौंपी है. दरअसल ट्रंप ने ईरान से निपटने के लिए खास रणनीति तैयारी की है, जिसमें मस्क से लेकर बेंजामिन तक शामिल हैं. इसके जरिए ट्रंप ना सिर्फ अरब से ईरान का प्रभुत्व खत्म करने की तैयारी में हैं बल्कि अली खामेनेई का तख्तापलट भी कर सकते हैं.

सीरिया से लेबनान तक इजराइल की बमबारी जारी है. IDF के फाइटर जेट दोनों देशों की राजधानी पर भीषण बमबारी कर रहे हैं. बीते 24 घंटे से इजराइल सीरिया से लेकर लेबनान तक को दहला रहा है. इमारतों पर बारूदी बारिश कर रहा है. ये सब उस वक्त हो रहा है, जब ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई के सलाहकार सीरिया और लेबनान के दौरे पर हैं.

दरअसल, इस वक्त खामेनेई के प्रमुख सलाहकार अली लारिजानी सीरिया में हैं, जहां उन्होंने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद से मुलाकात की. इसके बाद वो लेबनान पहुंचने वाले हैं जहां वो लेबनान के प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे लेकिन इस बीच IDF ने दमिश्क और बेरूत को दहलाना शुरू कर दिया है. बेंजामिन नेतन्याहू के इस डबल एक्शन की वजह डोनाल्ड ट्रंप को माना जा रहा है.

दावा है कि ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ लेने से 2 महीने पहले ही ऑपरेशन ईरान एक्टिव कर दिया है. डोनाल्ड ट्रंप की टीम ईरान को झुकाने के लिए 5 अलग-अलग प्लान पर काम कर रही है ताकि अरब से ईरान के प्रभाव को खत्म किया जा सके.

ट्रंप के 5 अलग-अलग प्लान हैं.

  1. अपनी शर्तों के जरिए ईरान को झुकाना
  2. ईरान में बगावत भड़काना
  3. ईरान में सत्ता परिवर्तन कर कठपुतली सरकार बनाना
  4. ईरान के न्यूक्लियर ठिकाने तबाह करना
  5. ईरान के प्रॉक्सी संगठनों को खत्म करना

डोनाल्ड ट्रंप के लिए फिलहाल ईरान पर हमले करना बेहद मुश्किल है क्योंकि गाजा युद्ध की वजह से अरब में अमेरिका के खिलाफ काफी गुस्सा है इसलिए माना जा रहा है कि ट्रंप फिलहाल सीधी जंग से बचने के उपायों पर काम करना चाहते हैं. यही वजह है कि डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूक्लियर ठिकानों पर हमले की जगह ईरान को अपनी कड़ी शर्तों के जरिए झुकाने के रोडमैप पर काम करना शुरू कर दिया है. ट्रंप ने इस काम का जिम्मा अपने विश्वसनीय और सबसे करीबी एलन मस्क को सौंपा है.

ईरानी राजदूत और मस्क की सीक्रेट मीटिंग

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मस्क ने यूनाइटेड नेशन में ईरानी राजदूत आमिर सईद से मीटिंग की है ईरानी राजदूत और मस्क की सीक्रेट मीटिंग न्यू यॉर्क में हुई. दोनों ने करीब 1 घंटे तक बातचीत की. दोनों की बीच ईरान और US के बीच तनाव कम करने पर चर्चा हुई. राजदूत ने ईरान पर लगे प्रतिबंध खत्म करने के लिए कहा दावा है कि मीटिंग के दौरान मस्क ने साफ कर दिया कि अमेरिका ईरान को न्यूक्लियर हथियार नहीं बनाने देगा. ट्रंप की शर्तें नहीं मानने पर आर्थिक प्रतिबंध और कड़े किए जाएंगे.

ईरानी प्रॉक्सी को जल्ड खत्म करने की कोशिश

दरअसल, ट्रंप सलाहकारों का मानना है कि ईरान की स्थिति उनके पिछले कार्यकाल से काफी बदल चुकी है, जिसकी एक वजह उसके प्रॉक्सी संगठन हैं, जिनका ईरान खुलकर इस्तेमाल कर रहा है. ऐसे में ट्रंप की कोशिश ईरानी प्रॉक्सी को भी जल्द से जल्द खत्म करने की है. माना जा रहा है कि ये संदेश बेंजामिन नेतन्याहू तक भी पहुंच चुका है और उन्होंने ईरान के टॉप प्रॉक्सी हिज्बुल्लाह के संपूर्ण सर्वनाश का मिशन शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में IDF ने सीरिया पर भीषण बमबारी की है. उसके टारगेट पर हिज्बुल्लाह के हथियार डिपो और सीरिया से लेबनान आने वाला नया हथियार रूट है.

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