Site icon Uttar Pradesh Jagran

प्रधानमंत्री  ने महिलाओं को सशक्त करने का  निरंतर किया काम – डॉ. रीता बहुगुणा जोशी

वीबीएसपीयू में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन,महिला आरक्षण पर गंभीर चर्चा 

 स्व. कमला बहुगुणा की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित हुई  प्रतियोगिता 
प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार परिसर की विद्यार्थी  अपेक्षा सिंह को मिला 
    जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय  जौनपुर के  आर्यभट्ट सभागार में शुक्रवार को  वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन  स्व. कमला बहुगुणा की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में किया गया. इसका संयोजन हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति द्वारा किया गया. “क्या भारत में महिलाओं को आरक्षण देने से वास्तविक समानता हासिल की जा सकती है?” विषय पर प्रतिभागियों ने अपने-अपने तर्क प्रस्तुत किए और महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की. इस प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया.  प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार परिसर की विद्यार्थी  अपेक्षा सिंह, द्वितीय पुरस्कार टीडी कॉलेज के आफताब एवं तृतीय पुरस्कार मेधा को मिला.कुलपति प्रो. वंदना सिंह एवं अतिथियों ने विजेताओं को प्रमाण पत्र देकर  पुरस्कृत किया. कुलपति ने कहा कि नारी वंदन अधिनियम से महिलाओं को बेहतर अवसर प्राप्त होगा.कार्यक्रम में ऑनलाइन
      संबोधन में पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया है. उनकी सोच है कि इस देश में महिला केंद्रित विकास नहीं बल्कि इस देश में महिला नेतृत्व वाला विकास होगा. बचाओ- बेटी पढ़ाओ जैसे प्रयास बड़े स्तर पर किये गए.  महिलाओं को आरक्षण के प्रति युवा क्या सोचते है यह जानने के लिए देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. बहुत सारे छात्र आरक्षण के पक्ष में बोले और बहुत सारी छात्राएं आरक्षण के विरोध  में बोल रही थी.आज का युवा तर्क के साथ अपनी बात को रख रहा है. उन्होंने कहा कि महिलाएं तीनों स्तंभ में 15 प्रतिशत का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है. विश्वविद्यालयों  में जो जब रिजल्ट ते है तो अधिकांश  गोल्ड मेडल छात्राएं  लाती  है. इनमें टैलेंट की कमी नहीं है अवसर की कमी है.
 
     मुख्य अतिथि जौनपुर के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने कहा कि महिला आरक्षण का मैं पूरा  समर्थन करता हूं .इस  विषय पर  सरकार ने सार्थक  कदम उठाया है तो निश्चित रूप से इसके परिणाम सुखद होंगे. उन्होंने कहा कि अंतकरण में किसी काम को करने की जिज्ञासा न हो तब तक कुछ प्राप्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने रामधारी दिनकर सिंह की एक कविता  को भी सुनाया.
      विशिष्ट अतिथि पुलिस  अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने कहा कि महिला आरक्षण से हमारी  मातृ शक्ति  को  एक मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति का अतीत बहुत स्वर्णिम रहा है उसको दृष्टिगत रखते हुए यह सरकार का साहसिक निर्णय है.विशिष्ट अतिथि लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य प्रोफेसर  आरएन त्रिपाठी ने कहा कि प्रख्यात महिला नेत्री कमला बहुगुणा जी का जीवन नारी सशक्तिकरण की एक मिसाल है. वाद विवाद प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के तौर पर डॉ. महेंद्र त्रिपाठी,डॉ. मनोज वत्स एवं डॉ छाया सिंह रहीं. 
     अतिथियों का स्वागत प्रो. अजय द्विवेदी ने आभार अभिषेक शुक्ल द्वारा किया गया. संचालन उद्देश्य सिंह ने किया. इस अवसर पर प्रो.मनोज मिश्र, प्रो देवराज सिंह, प्रो प्रमोद यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, डॉ रसिकेश, डॉ सुशील समेत अन्य लोग मौजूद रहे. 
Exit mobile version