
जौनपुर -117 वर्षो से चली आ रही ठाकुर तिलकधारी सिंह बाल रामलीला समिति कुद्दुपुर का शुभारंभ 8 नवंबर को हो गया । प्रभु श्रीराम के आदर्शों के बारे में हम सभी को जानना अत्यंत आवश्यक है । हम सभी जानते हैं आज के इस मॉर्डन युग में लोग हमारे इतिहास की चीजों को भूलते जा रहे है । क्योंकि हमारे सनातनी इतिहास के बारें में हमे आज तक किसी भी स्कूल में नहीं पढ़ाया गया । हमें अपने सनातनी इतिहास के बारे में जो भी जानकारी मिली है , वह रामलीला या नाटक के माध्यम से ही मिली है । अब धीरे धीरे हर जगह से यह रामलीला और नाटक विलुप्त हो रहे हैं ।
हम सभी भाग्य वाले है जो की हमारे गांव में यह रामलीला 117 वर्षो से निरंतर चली आ रही है । मैं उन सभी कार्यकताओं का साधुवाद धन्यवाद करना चाहूंगा जो अपने अपने गांव में रामलीला की इस प्रथा को आज भी जीवित रखा है ।आपको बता दें कि कुद्दुपुर की 117 वर्षो से चली आ रही यह रामलीला ऐतिहासिक रामलीला में से एक है ,यहाँ की खास बात यह है कि यहाँ के लोग रामलीला करने और देखने के लिए अपना सारा काम धाम छोड़ कर रामलीला को देखने औऱ करने आ जाते हैं ,यहाँ के रामलीला में बड़े बुजुर्ग भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं और नए कलाकारों को प्रोस्ताहन देते हैं । ।