जौनपुर: ग्राम पंचायतों में लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार के मामलों को देखते हुए जिला पंचायत राज कार्यालय में अलग सेल की स्थापना कर दी गई है। यहां सभी शिकायतों को तहसीलवार अलग किया जाएगा जिससे जांच में देरी न हो सके। इसकी मानीटरिग स्वयं मुख्य विकास अधिकारी कर रहे हैं। आगामी पंचायत चुनाव को देखते हुए शिकायतों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में इस पहल से लंबित मामलों को जल्द निस्तारित करने में मदद मिलेगी।
गांवों में अनियमितता की जांच कराने को रोजाना तीन से चार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इसके अलावा जिलाधिकारी के पास भी ग्राम पंचायतों में जांच कराने के लिए शिकायतें मिल रही हैं। सभी शिकायतें अब एक ही पटल पर पहुंचेंगी, जिसके बाद उन्हें तहसील अथवा ब्लाक के हिसाब से अलग-अलग किया जाएगा। इससे शिकायती पत्रों की जांच कराने में आसानी होगी।
40 शिकायतों में नामित नहीं हो सके अधिकारी
ग्राम पंचायतों में जांच करने के मामले में 40 शिकायतों पर अधिकारी नामित नहीं हो सके हैं। गांवों में जांच करने जिला स्तरीय अधिकारी को जाना है, लेकिन अन्य कार्यों में व्यस्तता की वजह से जांच अभी तक पूर्ण नहीं हो सकी।
बिना हफनामा नहीं होगी जांच
लगातार बढ़ रही शिकायतों को देखते हुए नियम को भी सख्त कर दिया गया ह। ग्राम पंचायतों की जांच बिना हलफनामा दिए नहीं कराया जाएगा। कुछ मामलों में जांच के दौरान पता चला कि शिकायत द्वेश की भावना से की गई। बोले अधिकारी..
ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए सेल सक्रिय किया गया है। यहां आने वाली शिकायतों को तहसीलवार अलग किया जाएगा। जिन भी गांवों की जांच अधूरी है उसे जल्द पूरा कराया जाएगा।
-संतोष कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी।