महाकुंभ के भव्य आयोजन में इस बार 10 देशों से आए 21 सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। इनमें फिजी, फिनलैंड, गुयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रतिनिधि शामिल थे। इन प्रतिनिधियों ने कुंभ मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया और संतों के साथ भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को समझा।
प्रतिनिधिमंडल की खास सदस्य, संयुक्त अरब अमीरात की मुस्लिम महिला सैली एल अज़ाब ने महाकुंभ की भव्यता व्यवस्थाओं की खुलकर तारीफ की। सैली ने कहा, “मैंने मध्य पूर्व से भारत आकर ऐसा आयोजन पहले कभी नहीं देखा। यह न केवल विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, बल्कि यहां की व्यवस्थाएं और सुरक्षा भी अभूतपूर्व हैं।”
उन्होंने कुंभ मेले के ऐतिहासिक महत्व पर भी प्रकाश डाला और 12 साल बाद कुंभ और 6 साल बाद अर्धकुंभ के आयोजन की परंपरा की सराहना की। सैली ने संगम क्षेत्र में मिली शांति और एकता के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि यहां आकर घर जैसा महसूस होता है। उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्थाओं को पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा बताया और कहा कि वे अपने देश में इस अद्वितीय न के अनुभवों को साझा करेंगी।