भारत में इंडिगो रोज टोमेटाे की खेती फिलहाल नहीं के बराबर हो रही है. झारखंड में इसकी खेती कहीं नहीं हुई. रामगढ़ के कारोबारी ने मैक्सिको से बीज मंगाकर काले टमाटर की खेती की है.

रामगढ़. सलाद के प्लेट और सब्जियों में आप लाल रंग के टमाटर खूब देखे होंगे. मगर क्या आपने काले टमाटर (Black Tomato) के बारे में जाना है. झारखंड के रामगढ़ जिले के व्यवसायी महेंद्र सिंह जॉली आपको इसका स्वाद चखा सकते हैं. उन्होंने अपने गार्डेन में काले टमाटर की खेती की है. पौधों में अब काले टमाटर के फल लग रहे हैं.
महेंद्र सिंह का कहना है कि वो काले टमाटर की खेती को पूरे झारखण्ड में फैलाने चाहते हैं. किसानों इससे अच्छी कमाई कर सकते हैं. और लोगों इसके सेवन से खुद को तंदरुस्त रख सकते हैं.
महेंद्र सिंह अपनी बगिया में काला टमाटर के बीज से पौधे भी तैयार कर रहे हैं. पहले चरण में तीन से चार हजार पौधे उगाने की तैयार है.
महेंद्र सिंह ने बताया कि भारत में इंडिगो रोज टोमेटाे की खेती फिलहाल नहीं के बराबर हो रही है. झारखंड में अभी तक इसकी खेती कहीं नहीं हुई. उन्होंने मैक्सिको से इंडिगो रोज टोमेटाे के बीज मंगाए. और अपने बगिया में बीज से पौधे उगाकर इसकी खेती की
कारोबारी की माने तो किसानों के लिए इसकी खेती लाभदायक है. लाल टमाटर की खेती से किसानों को उतनी कमाई नहीं हो पाती, जितने इससे कमा सकते हैं. दरअसल लाल टमाटर की उपज ज्यादा होने से किसानों को इसकी वाजिब कीमत नहीं मिलती. और वे जल्द खराब होने भी लगते हैं, जबकि काला टमाटर अपेक्षाकृत ज्यादा दिनों तक रह सकता है.
फलने पर यह हरा, उसके बाद लाल फिर जामुन के रंग की तरह गहरा नीला और अंत में यह काला हो जाता है. कैंसर और शुगर के लिए पैसेंट के लिए यह काफी फायदेमंद है.