
रानी लक्ष्मीबाई का जन्मोत्सव झांसी के साथ ही देश-विदेश में मनाया गया। मूल रूप से झांसी निवासी एक एनआरआई पेट्रोलियम इंजीनियर ने परिवार और अन्य भारतीयों के साथ ओमान के मस्कट में रानी के सम्मान में उत्सव मनाया। साथ ही, अपने बच्चों के साथ शॉर्ट फिल्म ‘झांसी की रानी’ बनाकर रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य और पराक्रम को दर्शाया।
झांसी निवासी अमित सिजारिया ने आईआईटी (आईएसएस) धनबाद से पेट्रोलिय इंजीनियरिंग की है। वे पिछले 11 वर्षों से ओमान में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अमित ने बताया कि कोरोना के कारण वे दिवाली पर झांसी नहीं आ सके। अमूमन हर वर्ष वे दिवाली से रानी की जयंती तक झांसी ही रहते हैं। इस बार यह संभव नहीं हो सका।
उन्होंने ओमान में ही परिवार और अन्य भारतीयों के साथ रानी का जन्मोत्सव मनाने का निर्णय लिया। इस दौरान सभी ने वहां दीप जलाए, मिठाइयां बांटीं और ओमान में अन्य सहकर्मियों को रानी के पराक्रम की जानकारी दी।
उन्होंने दो दिनों में ही बेटी आर्या और बेटे दर्श के साथ ‘झांसी की रानी’ शॉर्ट फिल्म भी बनाई।
इसके पीछे उनका लक्ष्य रानी को श्रद्धांजलि देने के साथ ही आने वाली पीढ़ी को अंग्रेजों की हुकूमत को हिलाकर रख देने वाली एक भारतीय महिला, स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान और निडरता के बारे में बताना भी है। फिल्म में रानी की भूमिका बेटी आर्या और अंग्रेज अफसर का किरदार बेटे दर्श ने निभाया है।