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मैंअमित शाह बोल रहा हूं, चुनाव में टिकट चाहिए तो पैसे भेजो…..

फ़ोन करके पूर्व विधायक को बोला ठग,अमित शाह बोल रहा हूं, चुनाव में टिकट चाहिए तो पैसे भेजो

बरेली।लोकसभा चुनाव सिर पर है।पार्टियों से टिकट मांगने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी होती जा रहा है। इसमें भारतीय जनता पार्टी से टिकट मांगने वाली संख्या बड़ी मात्रा में है। उम्मीदवारों ने भाजपा के शीर्ष नेताओं के चक्कर लगाना भी शुरू कर दिए हैं। सिफारिशों का दौर भी शुरू हो चुका है। इसी बीच अब ठग भी एक्टिव हो चुके हैं।लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही ठगों ने अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया है।ठग फ़ोन करके खुद को पार्टी का शीर्ष नेता बताते हैं और टिकट देने के नाम पर पैसों की मांग कर रहे हैं।

ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बरेली से सामने आया है।
ठग ने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बताकर पूर्व विधायक को फ़ोन कर दिया।ठग ने फ़ोन पर कहा कि अगर आपको लोकसभा चुनावों में टिकट चाहिए तो आप पैसे भिजवाओ। पूर्व विधायक को बात कुछ खटकी और उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने जांच शुरू कर दी। इस मामले में पुलिस ने अब एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।

इस मामले के बारे में अपर पुलिस अधीक्षक (देहात क्षेत्र) मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि बरेली के नवाबगंज थाने में इंस्पेक्टर विनोद कुमार की तरफ से एक मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें कहा गया है कि एक गिरोह के सदस्य केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बनकर फोन पर नेताओं से टिकट दिलवाने के नाम पर ठगी करते हैं। उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के समूहा गांव के निवासी रविंद्र मौर्य ने चार जनवरी और 20 जनवरी को पूर्व विधायक किशन लाल राजपूत से नौ बार फोन पर बात की।

अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उसने उनसे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बनकर बात की और पूर्व विधायक से टिकट का लालच देकर धन ऐंठने की कोशिश की। टू कॉलर एप पर नम्बर जांचने पर केंद्रीय गृहमंत्री केंद्र सरकार के नाम से आईडी दिख रही थी। मिश्रा का कहना है कि जब रविंद्र मौर्य को पता चला कि पुलिस जांच कर रही है तभी उसने सिम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि जिस नंबर से पूर्व विधायक को कॉल की गयी थी वह नंबर रविंद्र के गांव के ही हरीश नामक व्यक्ति की आईडी पर रजिस्टर्ड है।

अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में हरीश को हिरासत में ले लिया गया है। उसने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि उसने यह सिम 29 दिसंबर 2023 को अपनी आईडी पर खरीदा था। थोड़ी देर बाद ही गांव के रविंद्र मौर्य और शाहिद ने उसे धमकाकर सिम छीन लिया था।उन्होंने बताया कि पुलिस रविंद्र और शाहिद की तलाश कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी के पास भी इस तरह के ठगी की कॉल आती है तो वह तुरंत पुलिस से संपर्क करे

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