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हार्ट के रोगियों के लिए ठण्ड खतरनाक: डा० नीरज प्रकाश सिंह

                       जौनपुर। हृदय रोग संस्थान कानपुर के प्रख्यात हार्ट सर्जन एवं राजकीय कानपुर मेडिकल कॉलेज के ह्रदय रोग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डा0 नीरज प्रकाश सिंह ने कहा है कि ठण्ड हार्ट के रोगियों के लिए खतरनाक है और हार्ट फेल्योर अधिक होता है। वजह ठण्ड शरीर मे अधिक तनाव पैदा करती है, इस मौसम में शरीर से पानी निकासी कम होती है। ब्लड प्रेसर अधिक हो जाता है, हार्ट पर दबाव बढ़ता है। उन्होने कहा कि हार्ट के रोगी पानी की मात्रा कम कर दें, शरीर को गर्म रखे जो पुराने मरीज है बराबर चेकअप कराते रहे, नमक कम खायें जो सूगर और बीपी के मरीज है, दिनचर्या नियमित रखे और सावधानी बरते। वे रविवार को नगर के  एमएस पैरामेडिकल कालेज पालिटेकनिक चैराहा इलाहाबाद रोड पंजाब बैक के बगल में भारत समाज विकास ट्रस्ट द्वारा आयोजित निःशुल्क हृदय रोग के जांच शिविर के दौरान बड़ी संख्या में एकत्रित रोगियों को सम्बोधित कर रहे थे।
            एक सवाल के जबाब में उन्होने बताया कि ठण्ड में हार्ट पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है। पसीना कम होने से हार्ट की पम्पिंग बढ़ जाती है। उन्होने कहा कि अचानक सीने में दर्द होने पर एस्प्रिन की आधी गोली ले और चिकित्सक से सलाह ले अपने आप दवा न करे, कभी कभी गैस व एसीडीटी के कारण भी सीने में दर्द होता है। चिकित्सक से सलाह लेकर ही दवाओं को ले। उन्होने कहा कि जिन लोगों को हार्ट अटैक हो चुका है। वे चिकित्सकों की सलाह पर नियमित दवायें लें, ब्लड प्रेसर सामान्य रखने का प्रयास करे, नमक हल्का लें, शराब सिगरेट का सेवन कत्तई न करे, नींद पूरी ले और तनाव से बचे और व्यायाम करें।
            सर्जन ने कहा कि 60 साल से अधिक लोगों को हार्ट की बीमारी से बचने के लिए वसायुक्त खाद्य पदार्थो का प्रयोग न करें। इससे कोलेस्ट्राल के स्तर में वृद्धि होती है। जिससे धमनियों में रूकावट हो सकती है। पौष्टिक खाद्य पदार्थो का सेवन करे।
               डाक्टर नीरज सिंह ने कहा कि   आयु अधिक होने पर खान पान में नियंत्रण रखें। शिविर में डा0 नीरज प्रकाश सिंह ने कुल 92 मरीज देखे और परामर्ष दिया। हार्ट सर्जरी में गोल्ड मैडलिस्ट सर्जन ने शिविर में मेडिकल कालेज कानपुर से आपरेशन करा कर ओपेन हार्ट सर्जरी से जुड़े पुराने दो दर्जन से अधिक केस भी देखा।
        इस अवसर पर निःशुल्क इसीजी, आवश्यक खून की जांच गयी तथा दवायें वितरित की गयी। ट्रस्ट के पदाधिकारी ने बताया कि यह शिविर हर माह के दूसरे रविवार को निरन्तर लगता रहेगा।
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