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अंजली के वकील ने ही आत्मदाह के लिए उकसाया था, अरेस्ट आरोपी और पीड़िता की कॉल रेकॉर्डिंग पढ़िए

   लखनऊ में आत्मदाह करने वाली महिला अंजली के कॉल रेकॉर्डिंग से बड़ा खुलासा हुआ है। इससे पता चला है कि पीड़िता के वकील ने ही उसे आत्मदाह करने की सलाह दी थी। वकील की साजिश सरकार और पुलिस को बदनाम करने की थी। वह मदद दिलाने का भरोसा देकर पीड़िता को फंसाया था।

 

युवती के मोबाइल फोन की कॉल रेकॉर्डिंग से खुलासा हुआ कि सरकार को बदनाम करने और पुरवा थाने के पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करवाकर अपना वर्चस्व कायम करने के लिए आरोपित वकील ने युवती को मोहरा बनाकर उसे मौत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया। गौतमपल्ली थाने में एफआईआर दर्ज कर आरोपित सुनील कुमार (60) को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित सुनील शर्मा उन्नाव की पुरवा तहसील बार असोसिएशन का पूर्व अध्यक्ष बताया जा रहा है।

30 जुलाई से 6 अगस्त तक 57 बार हुई बात

पुरवा निवासी अंजली ने 30 जुलाई को अपने पति व ससुराल वालों के खिलाफ तहरीर दी थी। पुरवा तहसील में ही अंजली की मुलाकात वकील सुनील कुमार से हुई थी। उसी ने लिखकर थाने में तहरीर दिलवाई थी, जिस पर अंजली के पति देशराज, भाई कुलदीप व अन्य परिवारीजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि अंजली के बैग से मिले मोबाइल फोन की कॉल रेकॉर्डिंग से घटना का पता चला है

डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि 30 जुलाई से लेकर घटना वाले दिन (6 अगस्त) तक दोनों के बीच 57 बार बातचीत हुई है। वह हर कॉल में युवती को गुमराह कर आत्मदाह करने, पुरवा थाने के पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करवाने और सरकार को बदनाम करने की बातें कर रहा है।

वकील ने रची थी पूरी वारदात

कॉल रेकॉर्डिंग से साफ है कि आरोपित वकील सुनील कुमार ने ही पांच अगस्त की रात को अंजली को कॉल कर उससे रंगीन बोतल में पेट्रोल खरिदवाया था। उसी ने उसे सीएम आवास के पास आत्मदाह करने के लिए भेजा था। छह अगस्त की सुबह 8:51 पर वकील ने फोन कर कहा कि अब कर लो। उसी के बाद करीब सवा नौ बजे पेट्रोल छिड़ककर अंजली ने खुद को आग लगा ली थी। सबूत मिलने के बाद गौतमपल्ली थाने में बंदरिया बाग चौकी प्रभारी बागेश कुमार की तहरीर पर सुनील कुमार के खिलाफ बीएनएस की धारा-108, 49,231 और 61 के तहत केस दर्ज किया गया है।

पीड़िता और अभियुक्त के बीच की खास कॉल रेकॉर्डिंग:

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